नागरिक उड्डयन मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने आज कहा कि ‘लॉकडाउन’ समाप्त होने के बाद भी अंतरराष्ट्रीय उड़ान शुरू करने की अनुमति संबंधित देश में कोरोना वायरस ‘कोविड-19’ की स्थिति के आकलन के बाद ही दी जायेगी। श्री पुरी ने एक वर्चुअल प्रेस कांफ्रेंस में संवाददाताओं के प्रश्न के उत्तर में कहा, “अप्रैल के मध्य तक लॉकडाउन है। उसके बाद सुरक्षा के आकलन के बाद ही किसी देश से उड़ानों को भारत आने की अनुमति दी जायेगी।” नागरिक उड्डयन सचिव प्रदीप सिंह खरोला ने कहा कि सरकार ने लॉकडाउन से पहले ही कुछ देशों आने वाली उड़ानों के देश में आने पर प्रतिबंध लगा दिया था। जब केंद्रीय गृह मंत्रालय और केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय किसी देश के साथ हवाई यातायात को सुरक्षित घोषित करेगा, उसके बाद ही नागर विमानन मंत्रालय उस देश से उड़ानों को आने की अनुमति देगा।

घरेलू उड़ानों के बारे में श्री पुरी ने कहा कि वह आशावादी हैं और उम्मीद करते हैं कि लॉकडाउन की अवधि नहीं बढ़ायी जायेगी। सरकारी विमान सेवा कंपनी एयर इंडिया के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक राजीव बंसल ने कहा कि उसने उड़ानें शुरू करने के लिए पूरी तैयारी कर ली है। पर्याप्त मात्रा में सेनेटाइजर उपलब्ध हैं। चालक दल के सदस्यों के लिए निजी बचाव के साधन जैसे मास्क, दस्तानें और हजमत सूट की व्यवस्था कर ली गयी है। यात्रियों के टिकट रद्द कराने पर शुल्क लिये जाने की शिकायतों के बारे में श्री खरोला ने कहा कि नागर विमानन महानिदेशालय के दिशा-निर्देश स्पष्ट हैं कि एयरलाइंस टिकट रद्द कराने पर शुल्क नहीं ले सकती। महानिदेशालय ने यह भी कहा है कि यात्रियों को टिकट रद्द करने की बजाय आगे की यात्रा के लिए उस पैसे के इस्तेमाल के लिए प्रोत्साहित किया जाना चाहिये और इसी प्रयास के तहत विमान सेवा कंपनियाँ रिजर्व क्रेडिट जारी कर रही हैं। कुछ एयरलाइंस द्वारा ‘लॉकडाउन’ समाप्त होने के अगले दिन यानी 15 अप्रैल से टिकट बुक करने के सवाल पर श्री खरोला ने कहा कि इस संबंध में विमान सेवा कंपनियां स्वतंत्र हैं। यदि लॉकडाउन की अवधि आगे बढ़ती है तो उन्हें टिकट रद्द करने होंगे।

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