यूपी के शाहजहांपुर जिले में स्वामी चिन्मयानंद पर यौन शोषण का इल्जाम लगाने वाली पीड़िता से जेल में मिलने गए समाजवादी पार्टी डेलिगेशन को जेल गेट पर रोक दिया गया है, जिसके बाद सपा कार्यकर्ताओं ने जमकर हंगामा किया है। जेल में जाने की इजाजत न मिलने से नाराज सपा कार्यकर्ता जेल गेट पर धरने पर बैठ गए और सरकार पर लोकतंत्र की हत्या करने का इल्जाम लगाया है।
सपा प्रतिनिधिमंडल ने प्रशासन से नहीं ली अनुमति
प्रशासन का कहना है कि सपा प्रतिनिधिमंडल ने जिला प्रशासन से इजाजत नहीं ली थी, इसलिए उन्हें मिलने नहीं दिया गया। दरअसल, पीड़िता से मिलने के लिए आज समाजवादी पार्टी का प्रतिनिधिमंडल लखनऊ से यहां आया हुआ था। डेलिगेशन का नेतृत्व रुचि सिंह कर रही थी और उनके साथ सपा के MLA, MLC और ज़िला अध्यक्ष सहित बड़ी संख्या में कार्यकर्ता मौजूद थे।
यूपी सरकार कर रही मनमानी
प्रतिनिधिमंडल का कहना है कि यूपी सरकार अपनी मनमानी पर उतर आई है और लोकतंत्र की हत्या करने का कार्य कर रही है। सपा डेलिगेशन की मांग है कि पीड़िता पर दर्ज किए गए सभी मामले वापस लिए जाएं। साथ ही सपा ने यह धमकी दी है कि यदि डेलिगेशन को पीड़िता से जेल के भीतर मिलने नहीं दिया गया तो वह पूरे उत्तर प्रदेश में इसका जमकर विरोध करेंगे।