उत्तर l प्रदेश के हरदोई में पराली जलाने के मामले लगातार सामने आ रहे हैं, जिसको लेकर लगातार किसानों पर एफआईआर दर्ज कराई जा रही है। जिले में अब तक 66 किसानों पर पराली जलाने के आरोप में एफआईआर दर्ज की जा चुकी है। पिछले 24 घंटे में हरदोई में मल्लावां और सवायजपुर में ही 27 किसानों के विरुद्ध एफआईआर दर्ज की गई है। इससे भारतीय किसान यूनियन (भाकियू) नाराज है। किसान यूनियन का कहना है कि अगर किसानों का उत्पीड़न बंद नहीं हुआ तो एक आंदोलन किया जाएगा। सिटी मजिस्ट्रेट जंग बहादुर ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट के निर्देशों के अनुसार ही किसानों से पराली न जलाए जाने का अनुरोध किया जा रहा है। इसको लेकर प्रचार-प्रसार किया जा रहा है और न मानने वालों के विरुद्ध कार्रवाई की जा रही है। सिटी मजिस्ट्रेट ने कहा कि इसके साथ ही पराली जलाने की घटनाओं को न रोक पाने में, प्रचार-प्रसार में लापरवाही बरतने वाले लेखपालों के विरुद्ध विभागीय कार्यवाही भी की जा रही है। बताया गया कि 27 किसानों में किमल्लावां में बेरिया नजीरपुर के मजरा करियनपुरवा निवासी शिवकुमार, अनिल कुमार, हाकिम सिंह, राम बिलास, बनवारी, जमुना प्रसाद, शिवसहाय, नन्ही देवी, कृष्णा देवी, कमलेश्वरी, शाहपुर पवार के मजरा बीचपुरवा निवासी रामप्रसाद, मोहनलाल, रामऔतार, शाहपुर पवार निवासी सुशीला देवी शामिल हैं। एसडीएम सवायजपुर दीपक वर्मा ने बताया कि क्षेत्र के गांव निकारी, ढिघासर, महितापुर में एक दर्जन स्थानों पर धान की पराली जलती मिली। इसे रोकने के लिए गठित टीम में शामिल 2 लेखपालों लवकुश और गौरव यादव को लापरवाही पर विशेष प्रतिकूल प्रविष्टि दी गई है। वहीं, राजस्व निरीक्षक राजेंद्र त्रिवेदी का एक दिन का वेतन काटने की संस्तुति की गई है। संबंधित ग्राम सचिव के विरुद्ध कार्रवाई के लिए डीपीआरओ को और सिपाहियों के विरुद्ध कार्रवाई के लिए सीओ हरपालपुर को लिखा गया है। उन्होंने कहा कि जिन खेतों में पराली जलती मिली है, उन्हें चिह्नित कर एफआईआर दर्ज कराने के निर्देश दिए गए हैं।