मदरलैंड संवाददाता, अररिया

अररिया – सरकारी घोषणा के बाद अन्य प्रदेशों में फंसे प्रवासी मजदूरों के लिए बड़ी राहत की बात है । जिले के जहां तहां फंसे मजदूर अब बहुत जल्द अपने अपने घर लौट आएंगे । शनिवार को स्पेशल ट्रेन से 28 सौ मजदूर पटना पहुंचे। इन माजदूरों को लाने के लिए जिला प्रशासन ने बस भेज दिया है। पटना के दानापुर में मजदूरों का स्कैनिग करने के बाद अररिया के लिए बसें रवाना भी हो गई हैं। इसमे अररिया, नरपतगंज, फारबिसगंज आदि प्रखंड के मजदूर शामिल है। इन मजदूरों को क्वारंटाइन करने, खाने पीने सहित अन्य सुविधा उपलब्ध कराने के लिए जोर शोर से तैयारी की जा रही है। प्रवासी मजदूरों को सीधे बनाये गए सेंटर पर लाए जाएंगे। उनकी प्रतिदिन जांच होगी। 21 दिनों तक क्वारंटाइन में रखा जाएगा। इसके बाद ही उन्हें घर जाने की अनुमति होगी। यदि कोई प्रवासी मजदूर सेंटर से बगैर अनुमति की भागने की कोशिश करेंगे तो उनके खिलाफ केस दर्ज होगा। क्वारंटाइन सेंटर के लिए स्थल चयन का डीएम ने दिया निर्देश

डीएम ने सभी प्रखंडों के वरीय पदाधिकारी, बीडीओ, सीओ को अपने अपने प्रखंडों में पांच से छह हजार प्रवासी माजदूरों को क्वारंटाइन करने के लिए स्थल चिन्हित करने और उसमें आवश्यक सारी सुविधा उपलब्ध कराने का निर्देश दिया है। अभी तक तक प्रत्येक प्रखंड में चार से पांच स्कूलों को चिन्हित किया गया है। जिसमें खाने पीने, शौचालय सहित आवश्यक सुविधा मुहैया कराई जा रही है। आवश्यकता पड़ने पर और स्कूलों को चिन्हित किया जाएगा। जिन क्वारंटाइन सेंटर पर शौचालय की व्यवस्था नही है वहां पीएचडी विभाग के अधिकारी को स्थान  व्   शौचालय बनवाने का निर्देश दिया गया |

पंचायतों में पूर्व से चल रहे 40 सेंटर

बाहर से आने वाले लोगों को क्वारंटाइन करने के लिए पहले से ही आपदा विभाग की तरफ से अलग अलग पंचायतों में 40 और प्रखंड मुख्यालयों में 12 क्वारंटाइन सेंटर चल रहे हैं। जिसमे रहने वाले लोगों को खाने पीने की व्यवस्था की गई हैं। शनिवार को इन सेंटरों पर 418 लोगों को भोजन दिया है। इन क्वारंटाइन सेंटर पर अधिकांश दूसरे राज्यों से पैदल, साइकिल व अन्य माध्यम से अपने गांव आने वाले मजदूर हैं। जिसे स्तानीय स्तर पर मुखिया के सूचना के बाद क्वारंटाइन किया गया है।

पंचायतों में निगरानी की जिम्मेदारी मुखिया पर

सरकारी आदेश के बाद पंचायत के मुखिया अपने अपने पंचायत की निगरानी कर रहे हैं। जैसे ही उनके गांव में बाहर से आने वाले व्यक्ति की सूचना मिलती है । वैसे ही इसकी जानकारी थाना व बीडीओ को देते हैं। प्रतिदिन इसकी रिपोर्ट भी तैयार की जाती है। बसैटी पंचायत के मुखिया नाजिया खातून ने बताया कि सरकारी आदेश का शतप्रतिशत पालन करने की कोशिश की जा रही हैं । उनके पंचायत में अबतक 24 मजदूर साइकिल से यूपी भदोही सहित अन्य राज्यों से आये थे सभी को प्रामानंदपुर मध्य विद्यालय में बने सेंटर पर क्वारंटाइन करवाया गया है। कहा जैसे ही किसी की बाहर से आने की सूचना मिलती है तुरंत थानेदार और बीडीओ को अवगत कराते हैं।

भोजन के साथ अब मिलेगा नाश्ता व कपड़े

जिला आपदा पदाधिकारी शंभू कुमार ने बताया कि क्वारंटाइन रहने वाले लोगों को पहले दो वक्त भोजन देने का प्रवाधान था। अब उन्हें नाश्ता, गिलास, थाली, कपड़े आदि भी दिए जाएंगे। कपड़े, थाली व गिलास आदि के लिए प्रति व्यक्ति छह सौ रुपए मात्र खर्च किये जायेंगे। महिलाओं को डिमांड के अनुसार सैनेटरी पैड भी मुहैय्या कराया जाएगा। इसके अलावे खाने में बात दाल, सब्जी और नाश्ते में चूड़ा गुर, चना दिए जाएंगे। ताला भुना भोजन नहीं दिया जाएगा। प्रतिदिन कवारंटाइन की जांच की जाएगी। सेंटर पर अन्य आवश्यक सुविधा भी होगी। ताकि क्वारंटाइन में राह रहे लोगों को किसी तरह की परेशानी नहीं हो

Click & Subscribe

Previous article1250 बोतल कोडिनयुक्त नशीली दवा बरामद
Next articleकन्टेनमेंट जोंन के 5 वार्ड के आस पास 3 किलो मीटर सिल

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here