शिमला। हिमाचल प्रदेश के किन्नौर में पहाड़ खिसकने से हुआ जान-माल का नुकसान दुःखद है।प्रदेश में आए दिन पहाड़ दरकने की घटनाएं सामने आने से लोगों में असुरक्षा का माहौल पैदा हुआ है।पर्यावरण में आए असंतुलन के लिए अनियोजित तरीके से बन रही योजनाएं जिम्मेदार हैं। हर छोटे बड़े पहाड़ को खोदने से पर्यावरणीय संतुलन बिगड़ा यह विचार प्रदेश कांग्रेस कमेटी के वरिष्ठ प्रवक्ता दीपक शर्मा ने कहा। उन्होंने कहा कि किन्नौर की घटना दुःखद है।इस हादसे में मरने वालों के प्रति कांग्रेस पार्टी गहरी संवेदना व्यक्त करती है।उन्होंने कहा कि अवैध खनन,अनियोजित योजनाएं पर्यावरणीय असंतुलन के लिए जिम्मेदार है। तथाकथित विकास के नाम पर प्रदेश के हर छोटे बड़े पहाड़ को जीसीबी, बड़ी-बड़ी पोकलेन आदि से खोदा जा रहा है।हर छोटे बड़े खड्डे,नालों में अवैध खनन जोरों पर हैं,इससे गांव के गांव धंसने लगे हैं।फोर लेन सड़कों के निर्माण में जिस तरह की मशीनरी का इस्तेमाल हो रहा हैं उसने पूरे प्रदेश को हिला कर रख दिया है।
पनबिजली परियोजनाओं के नाम पर जिस तरह से प्रदेश की नदियों, नालों के साथ प्रकृति के विरुद्ध जाकर छेड़छाड़ की गई है उसके दुष्परिणाम सामने आने लगे हैं।जिस अदूरदर्शी तरीके से विकास के नाम पर विनाश किया जा रहा है वह हिमाचल जैसे पहाड़ी राज्य के अस्तित्व के लिए खतरनाक है।अगर समय रहते इन विषयों पर नीति नहीं बनाया गया, तब परिणाम भयानक हो सकते हैं। दीपक शर्मा ने कहा कि जिस तरह से सड़कों-पुलों के निर्माण में मशीनरी का प्रयोग हो रहा है उससे पूरा प्रदेश दरकने लगा है।यह अत्यंत चिंतनीय है।कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि यह प्रदेश का दुर्भाग्य है कि जिसे विकास कहा जा रहा है वह भविष्य में विनाश की नींव साबित हो रहा है।
उन्होंने कहा कि सरकारों को इस बारे में शीघ्र ठोस नीति बनाने की आवश्यकता है।वरना प्रदेश का भविष्य खतरे में पड़ जाएगा।

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