आग लगने के कारण तकरीबन 82,000 इलेक्ट्रिक व्हीकल्स की बैटरियों को बदला जाएगा
लंदन। हुंडई मोटर कंपनी अपने तकरीबन 82,000 इलेक्ट्रिक व्हीकल्स की बैटरी को बदलने जा रही है। दरअसल इन कारों में बैटरी की वजह से आग लगने का खतरा है जिसे देखते हुए कंपनी ने ये फैसला लिया है। इस रिकॉल में कंपनी को 900 मिलियन डॉलर का खर्च आएगा। यह पहला मौक़ा है जब कंपनी इतनी बड़ी संख्या में अपने इलेक्ट्रिक व्हीकल्स के बैटरी पैक को बदलेगी और उनकी जगह पर नये बैटरी पैक को लगाया जाएगा। इस मौके पर कोरिया इंस्टीट्यूट फॉर इंडस्ट्रियल इकोनॉमिक्स एंड ट्रेड के वरिष्ठ शोधकर्ता ली हैंग-कू ने कहा, यह हुंडई और एलजी दोनों के लिए बहुत महत्वपूर्ण हैं क्योंकि हम इलेक्ट्रिक वाहन युग के शुरुआती चरण में हैं। हुंडई कैसे इसे संभालती है यह न केवल दक्षिण कोरिया में बल्कि अन्य देशों के लिए भी एक मिसाल कायम करेगा।
साउथ कोरियन ट्रांसपोर्ट मिनिस्ट्री की तरफ से दिए गए एक बयान में कहा गया है कि चीन में एलजी एनर्जी की फैक्री में तैयार किए गए कुछ बैटरी सेल्स में खराबी पाई गई है। हुंडई ने अपनी इलेक्ट्रिक कारों में आग लगने के कारणों के बारे में कोई भी टिप्पणी नहीं की है। इस मौके पर हुंडई के शेयरों में 3.9 फीसद की गिरावट दर्ज की गई वहीं एलजी ची ने 2.8 फीसद गिरावट दर्ज की। विश्लेषकों ने कहा कि उन्हें हुंडई द्वारा बताया गया था कि लागतों को कैसे विभाजित किया जाए इस पर एक समझौते पर अगले सप्ताह काम किया जा सकता है। दक्षिण कोरिया में कोना इलेक्ट्रिक में आग लगने के 11 मामले, कनाडा में 2 और फिनलैंड और ऑस्ट्रिया में कार में आग लगने का एक-एक मामला सामने आ चुका है और अब तक ऐसे 15 मामले सामने आए हैं।