दिल्‍ली में कोरोना के मरीजों की संख्‍या बढ़ रही है मगर हालात अभी भी बेकाबू नहीं हुए हैं। हालांकि सरकार ने यह बता दिया है कि अगर दिल्‍ली में हालात खराब होते हैं तब भी किसी को घबराने की जरूरत नहीं हैं। दिल्‍ली के मुख्‍यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने डिजिटल प्रेसवार्ता करते हुए इस बात की जानकारी दी। सीएम केजरीवाल ने इसके बारे में विस्‍तार से बताते हुए कहा कि फिलहाल दिल्‍ली में तीन हजार बेड तैयार हैं।

इनमें से 2450 सरकारी अस्‍पताल में हैं और बाकी प्राइवेट अस्‍पताल में हैं। प्राइवेट अस्‍पतालों में बड़े-बड़े अस्‍पताल मैक्‍स, गंगाराम, अपोलो जैसे नाम शामिल हैं। वहीं, मरीजों की संख्‍या की बात करें तो फिलहाल 525 एक्‍टिव मरीज हैं। दिल्‍ली में अगर मरीजों की संख्‍या में इजाफा होता है तब भी किसी को परेशान या घबराने की जरूरत नहीं है। हर किसी का इलाज सही और उचित समय पर होगा। केजरीवाल ने कहा कि अगर दिल्‍ली में 3000 से ज्‍यादा मरीजों की संख्‍या भी पहुंच जाती है तब हम जीटीबी (गुरु तेग बहादुर हॉस्पिटल) को ओवरटेकर कर कोरोना के इलाज के लिए समर्पित कर देंगे। वहीं, अगर 30 हजार मरीज हुए तब भी सरकार ने इसकी प्‍लानिंग कर रखी है।

दिल्‍ली में 30 हजार से ज्‍यादा कोरोना मरीज बढ़ने पर सरकार ने इसकी खास तौर पर प्‍लानिंग कर रखी है। सरकार आठ हजार बेड का अस्‍पताल, 12 होटल के सभी कमरों को टेकओवर कर लेगी। इतना ही नहीं 10 हजार मरीजों को धर्मशाला और बैंक्‍वेट हॉल में रख कर इजाज किया जाएगा। सरकार ने यह भी बताया कि अगर 30 हजार से ज्‍यादा मरीज हो गए तब इस स्‍थिति में 400 वेंटीलेटर की आवश्‍यकता होगी। हालांकि केजरीवाल ने प्रेसवार्ता के आखिरी में यह भी कहा कि अगर कोरोना को हराना है तो हमें टीम वर्क में काम करना होगा। इसके लिए सभी को मिलकर लड़ना होगा।

 

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