मदरलैंड संवाददाता, सिमरी बख्तियारपुर , सहरसा
केंद्र सरकार के निर्देश पर सभी राज्यों के श्रमिकों को उनके घर भेजने की कवायद जोर शोर से शुरू है । जिसके आलोक में सिमरी बख्तियारपुर प्रखंड के विभिन्न ग्राम पंचायत में भी क्वॉरेंटिन सेंटर बनाए गए । जहॉ विभिन्न राज्यों से आने वाले प्रवासियों को क्वांरेंटिन किया जा रहा है । जिसमें स्थानीय प्रशासन द्वारा समुचित व्यवस्था कराए जाने को लेकर संबंधित पदाधिकारी को निर्देशित किया गया है । इसके बावजूद भी जिम्मेदार पदाधिकारी संवेदनशील दिखाई नहीं दे रहे हैं । प्रखंड के सिटनाबाद पंचायत उतरी के मध्य विद्यालय कुमेदान टोला को क्वांरेंटिन सेंटर बनाया गया है । जहॉ 17 मई को पहू्चे 9 प्रवासी कोई व्यवस्था नहीं रहने के कारण भूखे रहने को बेवश हैं । वहीं प्रवासी विरेन्द्र यादव , सुनिल यादव ,बबलू यादव , सुभाष ठाकुर , रणजीत राम , मुकेश राम , अमित ऋषिदेव , केवल शर्मा , रमेश ठाकुर ने कहा हम 12 जन 17 मई को ही हरियाणा के गुरूग्राम से 85 हजार रुपए में भाडे पर एम्बुलेंस से सहरसा स्टेडियम आए । वहॉ जांच पड़ताल के बाद हमलोगों को सिमरी बख्तियारपुर प्रखंड भेज दिया गया । वहॉ दो घंटे रहने के बाद भी किसी ने हमारी सुधि नहीं लिया । बीडीओ साहब ने अपने गांव सिटानाबाद उतरी मध्य विद्यालय कुमेदान टोला क्वांरेंटाईन सेंटर चले जाने को कहा तब सभी 9 जन पैदल ही सुनसान सड़क होकर ढाई घंटे के बाद रात में ही मध्य विद्यालय कुमेदान टोला पहूंचे पर यहां कोई व्यवस्था नहीं थी । कोई पुछने वाला तक नहीं था । अंत में हमे अपने घरों से खाना मंगवाकर पेट भरना पड़ा । हमलोगों को इस क्वॉरेंटाईन सेंटर आए चार दिन हुए हैं पर यहां प्रशासन द्वारा कोई व्यवस्था नहीं की गई है । यहॉ पर हम मजदूरों के लेटने के लिए ना तो कोई बिस्तर की व्यवस्था है ना ही खाने पीने की कोई व्यवस्था की गई है । इतना ही नहीं कोरोना से बचाव को लेकर सैनिटाइजर , साबुन अन्य व्यवस्थाएं भी नहीं की गई है । आश्चर्य की बात यह है कि इसकी कोई जिम्मेदारी लेने तक को तैयार नहीं है । काफी मशक्कत करने के उपरांत कीट दिया गया पर खाना नहीं । उन्होंने बताया कि व्यवस्था में लगे प्रधानाध्यापक ने कहा कि यहॉ अभी तक प्रखंड की ओर से कोई व्यवस्था नहीं है और रहम खाकर तीन दिन बीतने के बाद 20 मई को स्कूल का ही चावल सब्जी खिला दिया । इस संदर्भ में अनुमंडल पदाधिकारी वीरेंद्र कुमार ने बताया कि क्वॉरेंटाईन सेंटरों पर रहने वाले प्रवासियों के समुचित व्यवस्था की जा रही है । संबंधित विद्यालय प्रधानाध्यापक को निर्देशित किया गया है कि वह अंचालाधिकारी से सम्पर्क कर विद्यालय में प्रवासियों के खाना का व्यवस्था करें ।