भारत के उत्तर-पूर्व में बीते 50 वर्षों से चली आ रही बोडो समस्या का निराकरण हो गया है। इस समस्या की वजह से लगभग चार हजार लोगों की जान गईं। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह की उपस्थिति में सोमवार को बोडो मुद्दे के निराकरण के लिए समझौता किया गया। इस सिलसिले में पीएम नरेंद्र मोदी ने आज सिलसिलेवार एक के बाद कई ट्वीट करते हुए कहा कि बोडो लोगों के लिए ये एक नई शुरुआत है।
पीएम मोदी ने आगे लिखा कि ‘बोडो साथियों के साथ समझौता असम के अन्य समुदायों के हितों की रक्षा करते हुए किया गया है। इसमें सभी की जीत हुई है, मानवता की जीत हुई है। ये जीत और उसके लिए हुए प्रयास सबका साथ, सबका विकास और सबका विश्वास के मंत्र से प्रेरित हैं, एक भारत-श्रेष्ठ भारत की भावना से प्रेरित हैं।’ उन्होंने लिखा कि ‘पूज्य बापू की पुण्यतिथि पर आज असम में 5 दशकों से चली आ रही समस्या का समाधान हुआ है। बोडो संगठनों और सरकार के बीच हुए समझौते ने असम की एकता-अखंडता को और मजबूत किया है। हिंसा छोड़कर, लोकतंत्र और संविधान में आस्था जताने के लिए, मैं अपने बोडो साथियों के निर्णय का स्वागत करता हूं।
पीएम मोदी ने लिखा कि ‘बोडो साथियों द्वारा शांति का मार्ग अपनाना, हर क्षेत्र के लिए संदेश है। हिंसा छोड़कर, लोकतंत्र एवं संविधान में आस्था से ही सारी समस्याओं का समाधान संभव है। मैं बोडो साथियों का विकास की मुख्यधारा में स्वागत करता हूं। सरकार बोडो क्षेत्र के विकास के लिए प्रतिबद्ध है।