पूर्णिया, कुमार गौरव
- लागत का 35 % यानी अधिकतम अनुदान 3.50 लाख रुपए तक प्रति यूनिट दी जाएगी
- योजना के तहत पूर्णिया जिले में केले को एक जिला एक उत्पाद के रुप में चुना गया है
पूर्णिया : प्रधानमंत्री सूक्ष्म खाद्य प्रसंस्करण उद्यम उन्नयन योजना के तहत उद्योग लगाने के लिए किसानों को 35 % तक अनुदान की राशि मिल रही है। दरअसल लोगों को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में सरकार के द्वारा यह कदम उठाया गया है। सरकार किसानों व उद्यमियों को प्रोत्साहित करने के लिए अनुदान दे रही है। इस योजना का मुख्य उद्देश्य खाद्य प्रसंस्करण उद्योग को बढ़ावा देने और इससे संबंधित असंगठित रूप में मौजूद लोगों में व्यक्तिगत प्रतिस्पर्धा को प्रोत्साहित करने का है।
किसान व स्वयं सहायता समूहों को मिलेगा संबल :
इस योजना के तहत किसान उत्पादक, किसान उत्पादक संगठन, स्वयं सहायता समूहों एवं उत्पादक सहकारी समितियों को उनके सम्पूर्ण मूल्य श्रृंखला में सहयोग प्रदान करना है। विभाग की ओर से यह योजना 2020-21 से 2025 तक पांच वर्षों के लिए संचालित की जाएगी। इस योजना के तहत कृषि क्षेत्रों में छोटे उद्योग लगाने के लिए व्यक्तियों को केंद्र सरकार अधिकतम 10 लाख तक की यूनिट के लिए अनुदान देती है। लागत का 35 % यानी अधिकतम अनुदान 3.50 लाख रुपए तक प्रति यूनिट दी जाएगी। योजना के तहत पूर्णिया जिले में केले को एक जिला एक उत्पाद के रुप में चुना गया है। कोई उद्यमी केले के साथ साथ अन्य कृषि क्षेत्र से जुड़ी फसलों के प्रसंस्करण में उद्योग निर्धारित लागत के अंदर लगाना चाहते हैं तो ऑनलाइन आवेदन का भी प्रावधान है।
10 लोगों का आवेदन हुआ है प्राप्त :
योजना का लाभ लेने के इच्छुक लोग ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं। पांच चरण में इसकी प्रक्रिया होती है। इस योजना को लेकर जिले के सभी प्रखंडों में कम से कम 10 लोगों को जोड़ने का निर्देश विभाग से प्राप्त हुआ है। अब तक केनगर से 10 लोगों का आवेदन प्राप्त हो चुका है। जिसे अगली कार्रवाई के लिए भेजा जाएगा। योजना से संबंधित जानकारी के लिए जिला और प्रखंड स्तर पर इच्छुक लोग कार्यालय आ सकते हैं।
: सुनील कुमार झा, उद्यान पदाधिकारी, केनगर (पूर्णिया)।