कोरोना लॉक डाउन के कारण दुनिया के कई मुल्को में फंसे भारतीयों के लिए केंद्र सरकार बड़ा कदम उठाने जा रही है। भारतीयों को योजनाबद्ध तरीके से वापस भारत लाया जाएगा। आगामी 7 मई से भारतीयों को स्वदेश वापस लाने की प्रक्रिया आरंभ हो जाएगी। सरकार ने साफ़ किया है कि विदेश से वापस लौटने वाले भारतीयों को हवाई किराए का भुगतान करना होगा।
सरकार ने बताया है कि स्वदेश वापस लाने से पहले भारतीयों को स्क्रीनिंग की जाएगी। भारतीयों को आरोग्य सेतु ऐप पर पंजीकरण करना अनिवार्य होगा। बता दें की विदेश में बड़ी तादाद में भारतीय फंसे हैं। केवल यूएई में ही डेढ़ लाख से अधिक भारतीय फंसे हैं। केंद्र सरकार खाड़ी देशों, ईरान और आसपास के देशों में फंसे भारतीयों को स्वदेश लाएगी। अमेरिका और ब्रिटेन में फंसे भारतीय नागरिकों को भी वापस लाया जाएगा।
भारतीय दूतावासों और उच्चायोगों ने अपने यहां फंसे भारतीयों कि सूची तैयार कर ली है। यह सुविधा भुगतान के आधार पर होगी यानी भारतीयों को हवाई किराया चुकाना होगा। फ्लाइट में सवार होने से पहले मुसाफिरों की स्क्रीनिंग की जाएगी। यात्रा के दौरान सभी यात्रियों को स्वास्थ्य संबंधी प्रोटोकॉल, गृह मंत्रालय और नागरिक उड्डयन मंत्रालय द्वारा जारी किए गए नियमों का पालन करना होगा।