पीएम मोदी इन दिनों अमेरिका के दौरे पर हैं। इस दौरे में उन्होंने अमेरिका के साथ गैस के क्षेत्र में बड़ा डील किया है। यह डील अमेरिका की प्राकृतिक गैस कंपनी टेल्यूरियन इंक और भारत की पेट्रोनेट एलएनजी कंपनी लि. के बीच हुआ है। करार के अनुसार पीएलएल और उसकी सहायक ईकाइयां अमेरिका से सालाना 50 लाख टन तरलीकृत प्राकृतिक गैस (एलएनजी) का आयात करेंगी। जानकारी के मुताबिक, यह सौदा करीब 2.50 अरब डॉलर का है। इसे 31 मार्च, 2020 तक अंतिम रूप दिया जा सकता है।
ड्रिफ्टवुड परियोजना में समृद्ध भागीदारी की उम्मीद
अमेरिका की शीर्ष पेट्रोलियम कंपनियों के मुख्य कार्यकारियों (सीईओ) के साथ हुई पीएम की बैठक के बाद यह फैसला लिया गया है। टेल्यूरियन ने बयान में कहा कि एमओयू पर हस्ताक्षर प्रधानमंत्री मोदी की उपस्थिति में किए गए है। टेल्यूरियन के अध्यक्ष एवं सीईओ मेग जेंटल ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी की मौजूदगी में इस एमओयू पर दस्तखत सम्मान की बात है। हम पेट्रोनेट के साथ ड्रिफ्टवुड परियोजना में एक लंबी और समृद्ध भागीदारी की उम्मीद कर रहे हैं।
इस करार से बेहतर प्राकृतिक गैस की होगी आपूर्ति
बता दें कि पेट्रोनेट भारत की सबसे बड़ी एलएनजी आयातक है। इस करार से वह ड्रिफ्टवुड से स्वच्छ तथा कम लागत वाली बेहतर प्राकृतिक गैस की भारत में आपूर्ति कर सकेगी। बता दें कि हाल फिलहाल में यूएस बड़े ऊर्जा निर्यातकों के तौर पर उभरा है।