उत्तर प्रदेश में जौनपुर जिले के लाइन बाजार क्षेत्र में एक ऑटो रिक्शा का साढ़े 18 हजार रुपये का चालान काट दिए जाने से उसके ड्राइवर की सदमे से मौत हो जाने का मामला सामने आया है। पुलिस सूत्रों ने गुरूवार को बताया है कि लाइन बाजार क्षेत्र के कलीचाबाद गांव के रहने वाले ऑटो चालक गनेश अग्रहरि का 31 अगस्त को परिवहन विभाग के प्रर्वतन अधिकारी ने चालान काटा था।
ड्राइवर के पास मौजूद नहीं थीं ये तीन चीजें…
परिवहन विभाग का इल्जाम है कि उसके ऑटो का परमिट नहीं था। पर्यावरण सर्टिफिकेट और ड्राइविंग लाइसेंस भी ड्राइवर के पास मौजूद नहीं था। इसके अलावा तीन और कमियां भी पाई गई थीं। इस पर कुल 18 हजार पांच सौ रुपये का चालान बनाया गया था। वहीं, परिजनों का आरोप है कि चालान कटने के बाद सदमे से गणेश बीमार पड़ गया। उसे स्थानीय डाक्टरों के पास ले जाया गया। किन्तु ठीक नहीं होने पर उसे वाराणसी ले जाया गया। जहां 23 सितंबर को एक निजी अस्पताल में उसका निधन हो गया। इस मामले की जानकारी जब डीएम तक पहुंची तो उन्होंने परिवहन विभाग से इसकी रिपोर्ट मांगी है।
चालान काटने वाले अधिकारियों के मुताबिक
डीएम अरविन्द मलप्पा बंगारी ने एआरटीओ प्रवर्तन उदयवीर सिंह से जानकारी ली। चालान काटने वाले अधिकारियों ने बताया कि 31 अगस्त को जांच के दौरान छह कमियां मिलने पर चालान काटा गया था। चालक का पुराने एमवीएक्ट के अनुसार ही साढ़े 18 हजार का चालान बना था। उस समय नया चालान नियम लागू नहीं था। अन्यथा यह जुर्माना और ज्यादा होता।