महाराष्ट्र में विधानसभा चुनावों को देखते हुए भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और शिवसेना के बीच गठबंधन का ऐलान तो हो गया है लेकिन चुनाव से ऐन पहले दोनों राजनीतिक पार्टियां आरे कॉलोनी में पेड़ों की कटाई को लेकर अलग-अलग रुख सामने आ रहे हैं।दोनों राजनीतिक पार्टियों में गठबंधन तो है, किन्तु पर्यावरण के मुद्दे पर नहीं।
शिवसेना जहां आरे कॉलोनी में पेड़ों की कटान पर आपत्ति जता रही है, वहीं भाजपा के लिए मेट्रो प्रोजेक्ट बेहद आवश्यक है। महाराष्ट्र सीएम देवेंद्र फडणवीस कई बार जता चुके हैं कि मुंबई के आरे में मेट्रो कार शेड हर स्थिति में बनना ही है। इसके लिए आरे के जंगलों के 2700 पेड़ काटे जा सकते हैं, क्योंकि यह इलाका वन क्षेत्र नहीं है। शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे के बेटे और युवा विंग के प्रमुख आदित्य ठाकरे, महाराष्ट्र सरकार के इस निर्णय से सहमत नहीं हैं।
एक के बाद एक कई ट्वीट कर आदित्य ठाकरे ने पेड़ों की कटान पर महाराष्ट्र सरकार और केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार पर हमला बोला है। आदित्य ठाकरे ने पेड़ों को काटने के विरोध में लिखा है कि जिस प्रकार मुंबई मेट्रो-3 के नाम पर पेड़ों को धूर्तता से काटा जा रहा है, वह शर्मनाक और अनुचित है। यह कैसा रहेगा यदि इन अधिकारियों की नियुक्ति पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर में कर दी जाए और वे पेड़ों की जगह आतंकी ठिकानों को तबाह करें।