अविनाश भगत : कश्मीर आधारित पीडीपी तथा नेशनल कांफ्रेस के ब्लाॅक डवेलपमेंट कोंसिल यानि बीडीसी के चुनाव में बहिष्कार के बाद आज कांग्रेस भी चुनाव मैदान से बाहर हो गई है। सूत्रों का कहना है कि इन चुनाव में भाजपा की भारी जीत सुनिश्चित देख अब कांगे्रस ने भी चुनाव में भाग न लेेने का ऐलान कर दिया है। जिसकी घोषणा आज पार्टी के प्रदेश प्रधान जीए मीर ने जम्मू स्थित पार्टी मुख्यालय में की। इस ऐलान से पहले मीर की अध्यक्षता में आज सुबह पार्टी के जिला प्रधानों की बैठक हुई।
कांग्रेस अध्यक्ष ने किया ऐलान…
कांग्रेस अध्यक्ष जीए मीर ने बीडीसी चुनाव में भाग न लेने का ऐलान करते हुए कहा कि जिस प्रकार तथा जिस माहौल में यह चुनाव करवाए जा रहे हैं, वह लोकतंत्र का अपमान है। उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस समेत तमाम विपक्षी दलों के बड़े नेताओं को घाटी में नजरबंद कर रखा है, जिसके कारण वह अपनी पार्टी के प्रत्याशियों का चुनाव प्रचार नहीं कर सकते। वहीं केवल भाजपा नेता कड़ी सुरक्षा में खुलकर अपने प्रत्याशियोें का चुनाव प्रचार करने में लगे हैं। केंद्र सरकार से लेकर सूबे का शासन सभी एक ही पार्टी यानि भाजपा को जिताने में लगे हैं।
राज्य में पहली बार बीडीसी के चुनाव…
गौरतलब है कि राज्य में पहली बार बीडीसी के चुनाव हो रहे हैं। अगामी 24 अक्तूबर को 310 बीडीसी के लिए मतदान होना है। जिसमें पंच तथा सरपंच भाग लेंगे। इस चुनाव में आज नामाकन का अंतिम दिन था। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मीर ने आज यहां मीडिया से बात करते हुए कहा कि इन चुनाव को लेकर उनकी पार्टी की ओर से चुनाव आयोग को चिट्ठी लिखी गई। आजतक उस पर क्या कार्रवाई हुई उसकी कोई जानकारी नहीं है। उन्होंने आरोप लगाया कि तमाम सरकारी मशीनरी एक ही पार्टी की जीत सुनिश्चित करने में जुटी है। मीर ने यह भी कहा कि कांग्रेस इन चुनाव में लोकतंत्र को मजबूत करने के लिए भाग लेना चाहती थी लेकिन जिस प्रकार की परिस्थितियां बनाई गईं उसके चलते उन्हें चुनाव न लड़ने के लिए मजबूर किया गया है। उन्होंने यह भी कहा कि बिना पंचायती राज के 73वें संशोधन के अमल के, पंचायतों को कैसे मजबूत किया जा सकता है।