पीएम नरेंद्र मोदी और चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग के बीच आज लगभग 90 मिनट वार्ता हुई, इसी के साथ शी जिनपिंग का भारत दौरा ख़त्म हो चुका है, वे चेन्नई एयरपोर्ट से नेपाल के लिए रवाना हो गए हैं। इससे पहले, दोनों देशों के बीच प्रतिनिधिमंडल स्तर की वार्ता का आयोजन किया गया था। वार्ता के बाद पीएम मोदी ने चीन के नेताओं से कहा कि, मैं आप सभी तहेदिल से स्वागत करता हूं। चीन के स्थापना की 70वीं सालगिरह पर वहां के सभी नागरिकों को शुभकामनाएं। ऐतिहासिक शहर चेन्नई हमारे बीच सांस्कृतिक और व्यापारिक संबंधों का गवाह है।
पीएम मोदी ने आगे कहा कि मुझे खुशी है कि आपको यहां की सांस्कृति धरोहरों से परिचित कराने का अवसर हमें प्राप्त हुआ। पिछले दो हजार वर्षों के अधिकांश कालखंड में भारत और चीन विश्व की मुख्य आर्थिक शक्तियां रही हैं। अब इस शताब्दी में हम फिर से साथ-साथ उस स्थिति को प्राप्त कर रहे हैं। गत वर्ष वुहान में हमारी अनौपचारिक वार्ता के बाद दोनों पक्षों के बीच कूटनीतिक बातचीत में इजाफा हुआ है। हमने तय किया था कि मतभेदों को झगड़े का कारण नहीं बनने देंगे। चेन्नई समिट में अब तक हमारे बीच द्विपक्षीय और वैश्विक मुदृों पर आवश्यक विचारों का आदान-प्रदान हुआ।
वहीं चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने कहा कि, भारत में स्वागत मेरे लिए यादगार पल है। इस दौरे से भारत-चीन के बीच भावात्मक संबंध और भी गहरा हुआ है। अनौपचारिक वार्ता से रिश्तों में बहुत प्रगति हुई है। पीएम मोदी के साथ कल और आज कई मुद्दों पर शानदार चर्चा हुई। पीएम मोदी और मैंने दोस्तों की तरह बातचीत की। चेन्नई कनेक्ट के माध्यम से दोनों देशों के बीच सहयोग का एक नया दौर आरंभ होगा, हमने तय किया था कि हम मतभेद को मिटाएंगे और कोई विवाद उत्पन्न नहीं होने देंगे।