तीन पाकिस्तानी भाई-बहनों को दिल्ली के एक स्कूल में एडमिशन नहीं मिल रहा है। दिल्ली उच्च न्यायालय ने शुक्रवार को इस मामले में संज्ञान लेते हुए केजरीवाल सरकार को नोटिस जारी कर जवाब देने के लिए कहा है। अदालत ने स्कूल के रुख पर सवाल खड़ा करते हुए पूछा है कि वह बच्चों की अधिक उम्र को शिक्षा न देने का आधार कैसे माना जा सकता है? अदालत ने मौखिक रुप से तीनों बच्चों को एडमिशन देने की बात भी कही है।

दरअसल, तीन पाकिस्तानी भाई-बहन संजिनी बाई (16 वर्ष), रवि कुमार (17 वर्ष) और मूना कुमारी (18 वर्ष) इसी वर्ष अपने माता-पिता के साथ पाकिस्तान से भारत आए हैं। तीनों बच्चों के पास पाकिस्तान के एक विद्यालय द्वारा दिया गया उनकी पिछली शिक्षा के प्रमाण पत्र हैं। तीनों ही बच्चे दिल्ली के एक स्कूल में नौवीं कक्षा में दाखिला पाना चाहते हैं। किन्तु कथित रुप से स्कूल उनकी आयु कक्षा के हिसाब से अधिक बताकर दाखिला देने से मना कर रहा है।

स्कूल के रवैए से परेशान होकर तीनों बच्चों ने दिल्ली सरकार से भी एडमिशन दिलाने की अपील की थी। दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल को पत्र लिखकर बच्चों ने अपना दाखिला सुनिश्चित कराने का प्रयास भी किया। किन्तु वहां से भी कोई जवाब न मिलने के बाद बच्चों ने अदालत की शरण ली।

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