महाराष्ट्र में सरकार बनने का रास्ता साफ हो चुका है। बता दें कि, लंबी जद्दोहजहद के बाद शिवसेना, कांग्रेस और एनसीपी के बीच सरकार बनाने को लेकर सहमति बन चुकी है। समझौते के अनुसार, शिवसेना को पूरे कार्यकाल के लिए CM पद मिलेगा। कांग्रेस और एनसीपी के खाते में एक-एक डिप्टी सीएम का पद आएगा।
सरकार बनाने को लेकर लगातार हो रही वार्ता
सरकार बनाने को लेकर महाराष्ट्र में शिवसेना, कांग्रेस और एनसीपी के बीच लगातार वार्ता चल रही है। तीनों पार्टियों के बीच कॉमन मिनिमम प्रोग्राम (CMP) को लेकर सहमति बन चुकी है। इस समझौते के अनुसार शिवसेना को पूरे कार्यकाल के लिए CM पद मिलेगा, जबकि नेशनलिस्ट कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) को 14 और कांग्रेस को 12 मंत्री पद दिए जाएंगे। स्वयं शिवसेना को भी CM पद के अलावा 14 मंत्री पद भी मिलेंगे।
हिंदुत्व के मुद्दे को नहीं किया शामिल
सूत्रों के मुताबिक, इस सप्ताह कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी और एनसीपी प्रमुख शरद पवार के बीच बैठक हो सकती है। हालाँकि, तीनों पार्टियों के बीच हुए समझौते में हिंदुत्व के मुद्दे को शामिल नहीं किया गया है। सीएमपी पर किसानों और युवाओं से सम्बंधित मसलों पर फोकस करने पर भी सहमति बनी है। वहीं, कुछ मामले ऐसे भी हैं जिन पर आपसी सहमति नहीं बन सकी है। शिवसेना ने जहां वीर सावरकर को भारत रत्न देने की मांग की है, वहीं कांग्रेस-एनसीपी मुसलमानों को 5 फीसद आरक्षण देने की मांग कर रही है।