केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने बुधवार को उच्च सदन में जम्मू-कश्मीर के हालात पर चर्चा की और सांसदों के सवालों का जवाब दिया है। कश्मीर की स्थिति को लेकर उन्होंने कहा कि कश्मीर में हालात सामान्य ही हैं। वहां के हालात पूरी तरह से सामान्य हो चुके हैं। हालांकि देश-दुनिया में कई प्रकार की भ्रांतिया फैली हुई हैं। प्रदेश में 5 अगस्त के बाद पुलिस फायरिंग के कारण एक भी व्यक्ति की जान नहीं गई है।
पत्थरबाजी की घटनाओं में कमी दर्ज
शाह ने आगे कहा कि पिछले एक वर्ष की तुलना करें तो पत्थरबाजी की घटनाओं में काफी कमी दर्ज की गई है। सभी स्कूल खुले है। परीक्षा अच्छे तरीके से ली जा रही है। सभी हॉस्पिटल और स्वास्थ्य केंद्र खुले हैं। वहीं प्रदेश में स्वास्थ्य संबंधी सुविधाओं के लिए सरकार द्वारा की जा रही कोशिशों को लेकर गृहमंत्री ने कहा कि जम्मू-कश्मीर में दवाई की पर्याप्त उपलब्धता है, अस्पतालों में काफी तादाद में लोग ओपीडी में आ रहे हैं। कहीं भी स्वास्थ्य संबंधी सेवाओं में कोई समस्या नहीं है।
समीक्षा करने के बाद होगा फैसला
वहीं इंटरनेट सुविधा बहाल करने को लेकर अमित शाह ने कहा कि इंटरनेट सेवा जल्द बहाल करना चाहिए, इस बात से मैं सहमत हूं, किन्तु जब देश की सुरक्षा का सवाल है तो प्रथमिकता निर्धारित करनी पड़ती है। जब प्रशासन को सही लगेगा तो इस पर विचार किया जाएगा। कश्मीर में हालात सुधर रहे हैं। अमित शाह ने कहा कि जम्मू-कश्मीर में इंटरनेट बहाली पर स्थानीय प्रशासन सुरक्षा स्थिति की समीक्षा के बाद अपने स्तर पर फैसला लेगा।