देश की राजधनी दिल्ली की जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय में फीस वृद्धि का मसला थमने का नाम नहीं ले रहा है। छात्र संगठन अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद की तरफ से कहा गया कि उनके 11 काउंसलर भी छात्र संघ के प्रतिनिधियों के साथ समिति की बैठक में शामिल हुए थे। इन सभी की ओर से मांग की गई कि छात्रावास की फीस को तुरंत वापस लिया जाए। साथ ही छात्रों की मांगों के लिए बृहस्पतिवार को विश्वविद्यालय में प्रदर्शन किया जाएगा।

छात्रों से सामान्य स्थिति बहाल करने की अपील
बुधवार को इससे पहले जेएनयू छात्र संघ के प्रतिनिधियों ने मानव संसाधन विकास मंत्रालय (एमएचआरडी) द्वारा गठित की गई उच्चस्तरीय समिति से मुलाकात की ​है। समिति ने छात्रों से सामान्य स्थिति बहाल करने की अपील की लेकिन छात्र संघ ने कहा कि पहले मांगों को माना जाए। अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद के अध्यक्ष एवं समिति के सदस्य प्रो. अनिल सहास्त्रबुद्धे ने बताया कि अब तक डीन, छात्रवास के वॉर्डन और छात्रों से हमारी मुलाकात हो चुकी है। जेएनयू में सामान्य स्थिति बहाल करने के लिए सभी से अच्छी प्रतिक्रिया मिल रही है। गुरुवार को कुछ फैकल्टी के सदस्यों को भी बैठक के लिए बुलाया गया है और कुछ छात्रों को भी बैठक के लिए बुलाया गया है। इस मामले का समाधान जल्द ही निकाल लिया जाएगा।

बैठक में जेएनयू के 42 काउंसलरों में से 34 काउंसलर भी मौजूद
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार तीन सदस्यों की इस समिति की अध्यक्षता यूजीसी के पूर्व अध्यक्ष प्रो. वीएस चौहान कर रहे हैं। साथ ही इसमें अखिल भारतीय तकनीकी परिषद के अध्यक्ष प्रो. अनिल सहस्त्रबुद्धे और यूजीसी के सचिव प्रो. रजनीश जैन शामिल हैं। बैठक में समिति के साथ बातचीत करने के लिए जेएनयू छात्र संघ की अध्यक्ष आईशी घोष, उपाध्यक्ष साकेत मून, महासचिव सतीश चंद्र यादव और संयुक्त सचिव एम.दानिश मौजूद रहे। बैठक में जेएनयू के 42 काउंसलरों में से 34 काउंसलर भी मौजूद थे। बुधवार को समिति की दो बैठकें हुईं। पहली बैठक में छात्र संघ एवं काउंसलर मौजूद थे। दूसरी बैठक दोपहर 3 बजे हुई जिसमें छात्रवास के अध्यक्ष मौजूद थे।

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