बीसीसीआई अध्यक्ष और पूर्व कैप्टन सौरव गांगुली का मानना है कि लाल की तुलना में गुलाबी गेंद बेहतर तरीके से दिखाई देती है। भारत और बांग्लादेश के मध्य कोलकाता के ईडन गार्डन्स स्टेडियम में गुलाबी गेंद से पहला डे नाइट टेस्ट मुकाबला खेला जा रहा है। इस मुकाबले में भारतीय कप्तान विराट कोहली ने 136 रनों की शानदार पारी खेली है।
गुलाबी गेंद की चुनौती का सामना
यह पूछे जाने पर कि कोहली ने कैसे गुलाबी गेंद की चुनौती का सामना किया, गांगुली ने जवाब में कहा कि, वह एक रन मशीन है। गुलाबी गेंद की दृश्यता को लेकर गांगुली ने कहा कि, असल में, यह लाल गेंद की तुलना में अधिक आसान है। गांगुली ने कहा कि पहले दिन 60 हजार लोगों का स्टेडियम में आकर मैच देखना एक बहुत बड़ी कामयाबी है। उन्होंने कहा, बहुत सारे लोगों ने स्टेडियम आकर मैच देखा जोकि काफी अहम है। मैं किसी के दबाव में नहीं था, किन्तु मैं बिजी था।
गुलाबी गेंद के सामने रोशनी में बल्लेबाजी करना सरल नहीं
हालांकि एक बल्लेबाज के रूप में अजिंक्य रहाणे को लगता है कि गुलाबी गेंद के सामने रोशनी में बल्लेबाजी करना सरल नहीं है। अजिंक्य रहाणे के अनुसार, गुलाबी गेंद के देर से स्विंग लेने पर यह बल्लेबाजों के लिए चुनौती खड़ी करती है। रहाणे ने कहा कि, ‘शाम का वक़्त हमेशा चुनौती वाला होता है। पहले सत्र में गेंद अच्छे से बल्ले पर आती है और इसमें कोई अधिक मूवमेंट नहीं होती। बाद में ओस आने की वजह से रणनीति में बदलाव होता है। इससे पार पाने के लिए आपको पहले सेशन में सकारात्मक क्रिकेट खेलनी होती है।