संविधान अपनाने की 70वीं वर्षगांठ पर दोनों सदनों की संयुक्त बैठक बुलाई गई है। जिसमे केंद्रीय मंत्री समेत दोनों सदनों के सदस्य शामिल हैं। वहीं इस मौके पर संसद के सेंट्रल हाल में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी उपस्थित हैं।

पीएम मोदी ने संयुक्त सत्र को किया संबोधित
जानकारी के अनुसार इस बात का भी पता चला है कि संयुक्त सत्र को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि ये हमारे देश के लिए ऐतिहासिक दिन हैं। जहां 70 वर्ष पहले हमने संविधान को अपनाया गया था। जहां कुछ दिन और कुछ अवसर ऐसे होते हैं जो हमें अतीत के साथ बेहतर काम करने के लिए प्रेरित करते हैं। यह ऐतिहासिक अवसर है। वहीं 70 वर्ष पहले हमने विधिवत रूप से संविधान को अंगीकार किया था। जहां 26 नवंबर साथ-साथ दर्द भी पहुंचाता है जब भारत की महान उच्च परंपराएं, संस्कृति विरासत को मुंबई में आतंकवादियों ने छन्न करने का प्रयास किया। मैं आज उन सभी हुतात्माओं को नमन करता हूं। 7 दशक पहले संविधान पर इसी हॉल में चर्चा हुई। सपनों पर चर्चा हुई, आशाओं पर चर्चा की गयी ​है।

संविधान दिवस समारोह के बहिष्कार का फैसला
ऐसा माना गया है कि हाल ही में कांग्रेस, शिवसेना, लेफ्ट और डीएमके के सांसदों ने संविधान दिवस समारोह के बहिष्कार का फैसला किया। विपक्षी दलों का आरोप है कि भाजपा ने महाराष्ट्र में लोकतंत्र की हत्या की है। विपक्षी दल संसद परिसर में आंबेडकर प्रतिमा के पास विरोध प्रदर्शन किया जा रहा है।

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