राष्ट्रीय लोक समता पार्टी के अध्यक्ष और पूर्व केंद्रीय मंत्री उपेंद्र कुशवाहा बिहार में शिक्षा व्यवस्था की बदहाल स्थिति में सुधार करने की मांग तथा मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर शिक्षा विरोधी होने का आरोप लगाते हुए राजधानी पटना के मिलर उच्च विद्यालय मैदान में बीते मंगलवार 26 नवंबर 2019 से आमरण अनशन पर बैठ गए।
शिक्षकों के साथ अमानवीय व्यवहार
जानकारी के अनुसार इस बात का पता चला है कि कुशवाहा ने ट्वीट कर कहा, शिक्षा के विरोधी निरंकुश नीतीश सरकार के विरुद्ध आज संविधान दिवस पर बाबा साहेब डॉक्टर भीमराव अंबेडकर को नमन कर शिक्षा सुधार, वरना जीना बेकार संकल्प के साथ आमरण अनशन शुरू किया है। कुशवाहा ने कहा कि केंद्रीय विद्यालय खोलने के लिए राज्य सरकार जमीन नहीं दे रही है। नियोजित शिक्षकों के साथ भी अमानवीय व्यवहार किया जा रहा है, ऐसे में इस सरकार को उखाड़ फेंकना जरूरी हो गया है।
बिहार के लाखों बच्चों के भविष्य से कैसा ईष्या-द्वेष?
बता दें कि उन्होंने नीतीश पर निशाना साधते हुए आगे कहा, ‘माना कि उपेंद्र कुशवाहा से आपकी कोई राजनीतिक ईर्ष्या-द्वेष होगी, लेकिन बिहार के लाखों बच्चों के भविष्य से कैसा ईष्या-द्वेष? आज इन नन्हें बच्चों के हाथों में कलम की बजाय शिक्षा सुधार, वरना जीना बेकार की तख्तियां क्यों? अपनी जिद छोड़िए’ विपक्षी दल के महागठबंधन में शामिल कुशवाहा को इस मौके पर पूर्व मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी, विकासशील इंसान पार्टी के प्रमुख मुकेश साहनी, कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष मदन मोहन झा का साथ दिया गया है।