आज नोएडा के भाऊराव देवरस स्कूल में संवाद मासिक पत्रिका का बचपन विशेषांक का विमोचन किया गया जिसमें भारतीय जनता पार्टी के अखिल भारतीय सह संगठन मंत्री माननीय शिव प्रकाश जी, सुदर्शन चैनल के एडिटर इन चीफ सुरेश चव्हाणके जी, उ०प्र० राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग की सदस्य डा० प्रीति वर्मा, किसान पोस्ट ग्रेजुएट डिग्री कालेज की एसोसिएट प्रोफेसर डा० नीलम कुमारी शामिल हुई ,कार्यक्रम की अध्यक्षता प्रताप इन्टरनेशनल स्कूल की डायरेक्टर सुरभि भदौरिया ने शिरकत की।
कार्यक्रम में बोलते हुए सुदर्शन चैनल के एडिटर इन चीफ सुरेश चौहान के ने कहा कि हमारे घरों में बच्चों पर हम ध्यान नहीं देते कि वह क्या कर रहे हैं और उनका अधिक समय या तो कार्टून देखने में जाता है या वह मोबाइल पर गेम खेल रहे होते हैं जबकि हमें उन्हें अपनी संस्कृति के बारे में बताना चाहिए। हम अपने बच्चों के प्रश्नो का जवाब नहीं देते इसलिए उनके मनो में दूसरे लोग अपनी बातों को भर देते हैं जिसका परिणाम भयंकर हो सकता है। इसलिए बच्चों में संस्कार डालें और उनके प्रश्नों का उत्तर दें उन्हें अपने धर्म और संस्कृति के बारे में ज्ञान दें।
वही कार्यक्रम के मुख्य वक्ता भारतीय जनता पार्टी के अखिल भारतीय सह संगठन मंत्री शिव प्रकाश जी ने कहा कि आज का बचपन शारीरिक श्रम से बचता है इसलिए अनेक बीमारियां उनके शरीर में आ रही हैं आज के जो बच्चे जवान हैं उनके अंदर भी जवानी का जोश नहीं है शरीर में अनेक रोग आ रहे हैं क्योंकि वह मोबाइल व लैपटॉप और इंटरनेट पर निर्भर हो गए हैं। अपना अधिकतम समय अपना मोबाइल पर गुजारते हैं जिसके कारण शारीरिक श्रम नहीं होता और जब अच्छा शरीर नहीं होगा तब बच्चे का विकास ठीक नहीं होगा हमारे आने वाली पीढ़ी के लिए यह बहुत घातक विषय है इसलिए बच्चों को शारीरिक श्रम और फिजिकल खेल के लिए प्रेरित करें संघ की शाखाओं में भेजें जिससे बच्चों का चहुमुखी विकास होगा।
उत्तर प्रदेश बाल अधिकार संरक्षण आयोग की सदस्य डॉ प्रीति वर्मा ने कहा कि जब भी कोई बच्चा कहीं बाल मजदूरी करता दिखे गरीबी की हालत में दिखे तो यह विचार करना चाहिए कि यह अभी मेरे बच्चों के जैसा ही बच्चा है जिसको मेरे बच्चों की तरह भी सुविधाएं मिलनी चाहिए और इसलिए बच्चों के अधिकारों के संरक्षण के लिए सब समाज मिलकर काम करें तभी देश की आने वाली पीढ़ी और हमारे बच्चे अच्छे बनेंगे।
उ०प्र० बाल अधिकार संरक्षण आयोग की सदस्या डा० प्रिती वर्मा ने कहा कि हमें बच्चो में सामाजिक और नैतिकता का ज्ञान बढ़ाना चाहिए ताकि बच्चे अच्छी दिशा में बढे और उनका विकास अच्छा हो। प्रेरणा पत्रिका के सह संपादक डा० प्रदीप जी ने बचपन विशेषांक के विषय में बताया कि बचपन विशेषांक में अनेक महापुरुषों के बचपन के किस्सों को लिखा गया है , जिसे पढकर हमारे बच्चे प्रेरणाल ले सकें।