नागरिकता संशोधन कानून को लेकर देशभर में विरोध प्रदर्शनों का दौर जारी है। पिछले दिनें दिल्ली के जामिया इलाके में हुई हिंसा पूरी तरह से शांत भी नहीं हो पाई थी कि जाफराबाद और सीलमपुर में बवाल के बाद से उत्तर पूर्वी दिल्ली छावनी में तब्दील हो गई है। अब CAA पर कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद ने खुलकर बात की है। उन्होंने कहा कि हिंदुस्तान के किसी नागरिक पर इसका असर नहीं हो रहा है। देश के मुसलमान गर्व के साथ कह सकते हैं कि वे भारत के नागरिक हैं। भारत में हो रही हिंसा के लिए उन्होंने कांग्रेस पार्टी को जिम्मेदार माना है। रविशंकर प्रसाद ने कहा कि यह लागू होता है पाकिस्तान, अफगानिस्तान और बांग्लादेश में रहने वाले पीड़ित हिंदुओं, क्रिश्चियन, सिख, बुद्धिस्ट और पारसी धर्म के लोगों पर जिनको अपने धर्म और आस्था के कारण उनके देश में प्रताड़ित किया जा रहा है।

जो बड़ी संख्या में हिंदुस्तान आए हैं। भारत सरकार उनको नागरिकता के अवसर उपलब्ध करा रही है फिर इतना हाय तौबा क्यों? कौन करवा रहा है? कांग्रेस पार्टी? उन्होंने कहा कि चुनाव में हार जीत होती है। कांग्रेस केंद्र पर शासन कर चुकी है। आप सांप्रदायिक उन्माद को बढ़ाने की कोशिश कर रहे हैं? उन्होंने कहा कि हम बच्चों से बात करेंगे उन्हें समझाएंगे। जो लोग हिंसा कर रहे हैं उनके विरुद्ध सख्त कार्रवाई की जाएगी। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि यह प्रायोजित चल रहा है जिसमें अर्बन माओवादी भी घुस गए हैं। मोदी जी के विरोधी भी घुसे हुए हैं। उन्होंने कहा कि हिम्मत है तो कहें कि इसे खत्म करेंगे और सारे पाकिस्तान के लोगों को नागरिकता देंगे। हिम्मत है तो कहें कि तीन तलाक खत्म करेंगे। हिम्मत है तो कहें आर्टिकल 370 को फिर बहाल करेंगे। यह तो है नहीं।

उन्होंने कहा कि कृपया करके “हारे हुए हताश लोग देश के सांप्रदायिक सद्भाव को न बिगाड़ें। उन्होंने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि अगर आपके मन में कोई शंका है तो हमने सदन में भी स्पष्टिकर दिया था और आप कहेंगे तो अभी भी दे देंगे। उन्होंने कहा कि देश में हो रही हिंसा बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है। कुछ ताकते हैं जो ये सब कुछ करवा रही हैं। उन्होंने कहा कि पुलिस ने कहा है कि जामिया मामले में एक भी विद्यार्थी को नहीं पकड़ा गया था।

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