नई दिल्ली: लेफ्टिनेंट जनरल मनोज मुकुंद नरवाने 31 दिसंबर को देश के 28वें सेनाध्यक्ष का कार्यभार ग्रहण करेंगे।अभी वाइस चीफ ऑफ आर्मी स्टाफ के पद पर पोस्टेड नरवाने, जनरल बिपिन रावत का स्थान ग्रहण करेंगे. जनरल रावत का तीन वर्ष का कार्यकाल आज ख़त्म हो रहा है। नरवाने के सेना अध्यक्ष का पद संभालने के साथ ही सेना के तीनों अंगों के चीफ नेशनल डिफेंस अकादमी (NDA) के एक ही बैच के होंगे। एयरफोर्स प्रमुख आरकेएस भदौरिया, नौसेना प्रमुख एडिमरल करमबीर सिंह और एमएम नरवाने NDA के 56वें कोर्स के बैचमेट है।
इससे पहले सोमवार को जनरल रावत देश के पहले CDS बनाए हैं। सरकार ने 24 दिसंबर को आधिकारिक तौर से सीडीएस बनाने का ऐलान कर दिया था। सीडीएस फोर स्टार जनरल होगा और वह रक्षा मंत्रालय के अंतर्गत आने वाले एक नए विभाग, डिपार्टमेंट ऑफ मिलिट्री एफेयर्स के सेक्रेटरी के रूप में काम करेगा और सरकार (राजनैतिक नेतृत्व) को सैन्य मामलों पर सलाह देगा। सरकार ने सपष्ट कर दिया कि CDS सीधे तौर से थलसेना, वायुसेना और नौसेना के कमांड और यूनिट्स को नियंत्रित नहीं करेगा किन्तु उसके अंतर्गत सेना के तीनों अंगों के साझा कमांड और डिवीजन होंगे।
भारत का प्रथम तीनों सेनाओं का अध्यक्ष यानी सीडीएस (CDS) रक्षा मंत्रालय के तहत डिपार्टमेंट ऑफ मिलिटरी अफेयर्स का चीफ होगा। सीडीएस (CDS) रक्षामंत्री से रक्षा मामलों से संबंधित मुद्दों पर सीधे संपर्क कर सकेगा और राय दे सकेगा। तीनों सेनाओं की सारी सम्मिलित कमान यानी ट्राइ सर्विस कमांड अब सीडीएस (CDS) के अधीन होंगी. करगिल की लड़ाई के बाद कारगिल रिव्यू कमेटी और नरेश चंद्रा कमेटी ने सीडीएस (CDS) की अनुशंसा की थी।