अमेरिकी राजदूत केन जस्टर समेत 16 देशों के राजनयिक आज गुरूवार को दो दिवसीय दौरे पर जम्मू-कश्मीर जाएंगे। 5 अगस्त 2019 को राज्य से विशेष दर्जा देने वाले अनुच्छेद 370 को हटाए जाने के बाद विदेशी राजनयिकों का यह पहला आधिकारिक दौरा किया जा रहा है। जहां अधिकारियों ने बीते बुधवार को बताया कि दिल्ली स्थित दूतावासों में तैनात ये राजनयिक गुरूवार को पहले श्रीनगर जाएंगे और वहां पर रात्रि प्रवास करेंगे। इसके बाद अगले दिन जम्मू जाएंगे। जानकारी मिली है कि ये सभी राजनयिक दौरे के दौरान उपराज्यपाल जीसी मुर्मू और सिविल सोसायटी के सदस्यों से मुलाकात करेंगे। अमेरिका के अलावा प्रतिनिधिमंडल में बांग्लादेश, वियतनाम, नार्वे, मालदीव, दक्षिण कोरिया, मोरक्को, नाइजीरिया और अन्य देशों के राजनयिक भी शामिल होंगे।
केंद्र शासित राज्य का दौरा करेंगे विदेशी राजनयिक
सूत्रों का कहना है कि यूरोपीय संघ के देशों के राजनयिकों ने सरकार को अवगत कराया कि वे किसी अलग तिथि को इस केंद्र शासित राज्य का दौरा करेंगे। इसके साथ ही इन देशों के राजनयिकों ने तीन पूर्व सीएम फारूक अब्दुल्ला, उमर अब्दुल्ला और महबूबा मुफ्ती से भी मुलाकात कराने पर जोर दिया है जिस पर सरकार विचार करने वाली है।
सिविल सोसायटी के सदस्यों से करेंगे मुलाकात
वहीं इस बात पता चला है कि गुरूवार यानी 9 जनवरी 2020 को राज्य के दौरे पर जाने वाले राजनयिक सिविल सोसायटी के सदस्यों से मुलाकात करेंगे और उन्हें विभिन्न एजेंसियों द्वारा राज्य के सुरक्षा हालात के बारे में भी अवगत कराया जाएगा। अधिकारियों ने बताया कि कई देशों के राजनयिकों ने सरकार से कश्मीर के दौरे का अनुरोध किया था। यह दौरा कश्मीर पर पाकिस्तान के प्रोपगेंडा की हकीकत से विदेशी राजनयिकों को अवगत कराने की सरकार की कोशिशों के तहत किया जा रहा है।