जेएनयू छात्रसंघ नए हॉस्टल मैनुअल को रद्द कराने के लिए सोमवार यानी 20 जनवरी 2020 को दिल्ली हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाएगा। वहीं हाईकोर्ट से पुरानी दरों पर पंजीकरण कराने की मांग की जाने वाली है। वहीं इस बात पर जेएनयू छात्रसंघ का कहना है कि वह सेमेस्टर पंजीकरण, परीक्षाओं और कक्षाओं सहित सभी अकादमिक गतिविधियों के बहिष्कार को जारी रखने के लिए भी कहेगा।

छात्रसंघ की ओर से रिलीज जारी
सूत्रों से मिली जानकरी के अनुसार इस संबंध में छात्रसंघ की ओर से एक रिलीज जारी कर कहा गया है कि सोमवार को मामला कोर्ट में ले जाया जाएगा। छात्रसंघ का कहना है कि कोई भी शैक्षिक कार्यक्रम शिक्षकों और विद्यार्थियों से चर्चा के बाद ही लाया जाए। जहां यह भी कहा जा रहा है कि छात्रसंघ ने प्रशासन द्वारा जारी किए गए सभी शेड्यूल को खारिज कर दिया गया है।

परीक्षा और कक्षाएं लेने से अराजकता और हंगामा की स्थिति
बता दें कि छात्रसंघ का दावा है इस समय परीक्षा और कक्षाएं लेने से अराजकता और हंगामा ही होगा। उसने प्रशासन से मांग की है कि फीस बढ़ोतरी के खिलाफ संघर्ष कर रहे विद्यार्थियों पर से सभी दंडात्मक कार्रवाइयों को भी पूरी तरह खत्म किया जाए। वहीं इस बात पर भी गौर फ़रमाया गया है छात्रसंघ की दलील है कि नया आईएचए मैनुअल जेएनयू एक्ट 1966 के खिलाफ है।

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