उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि डिफेंस एक्सपो भारत को रक्षा क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनाने और मेक इन इंडिया के लिए काफी महत्वपूर्ण साबित होने वाला है। वहीं यह भारतीय सेना के पराक्रम को दिखाने का बड़ा अवसर है। जहां उन्होंने कहा कि डिफेंस एक्सपो में निवेश के लिए 23 सहमति पत्रों (ओएमयू) पर हस्ताक्षर होने जा रहे हैं। वहीं यह भी कहा जा रहा है कि 50 हजार करोड़ रुपये के निवेश की संभावना है, जिससे तीन लाख लोगों को रोजगार मिलेगा।
मिली जानकारी एक अनुसार बुधवार को डिफेंस एक्सपो-2020 की इनॉगरल सेरेमनी को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि फरवरी 2018 में इंवेस्टर्स समिट में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने दो डिफेंस कारीडोर की घोषणा की थी 25 हजार एकड़ लैंडबैंक के साथ प्रदेश में डिफेंस कारीडोर का काम शुरू हो गया है।
बता दें कि मुख्यमंत्री ने कहा कि बेहतर कनेक्टिविटी और कानून-व्यवस्था के कारण उत्तर प्रदेश निवेश का एक बेहतर गंतव्य बना है। हमारे पास एक्सप्रेस-वे का बड़ा नेटवर्क है। यमुना और आगरा एक्सप्रेस-वे के बाद पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे और बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे पर कार्य चल रहा है। इस साल के अंत तक पूर्वांचल एकसप्रेस वे बन जाएगा। वहीं आने वाले वर्ष 2021 में बुंदेलखंड एक्सप्रेस वे भी तैयार हो जाएगा। उन्होंने कहा कि प्रदेश में गंगा एक्सप्रेस-वे पर भी काम शुरू हो गया है। जहां मुख्यमंत्री ने कहा कि एशिया के सबसे बड़े जेवर एयरपोर्ट के साथ अन्य 11 एयरपोर्ट पर तेजी के साथ काम चल रहा है। यह सब डिफेंस उत्पाद में बड़ी भूमिका अदा करेंगे।