भारत की रहने वाली 12 साल की छात्रा काम्या कार्तिकेयन ने एशिया के बाहर की सबसे ऊंची चोटी एकांकगुआ पर जीत हासिल कर ली है। वहीं इस माउंट पर्वत पर पहुंच कर उन्होंने तिरंगा फहराया। जहां सातवीं की छात्रा ने 6962 मीटर ऊंची इस चोटी पर 1 फरवरी 2020 को फतह हासिल की थी। बता दें कि माउंट एकांकागुआ दक्षिणी अमेरिकी के अजेर्टिंना में स्थित एंडीज पर्वतमाला की सबसे ऊंची चोटी है।
वहीं इस बारें में नौसेना के अधिकारियों ने बताया कि काम्या ने इस मुकाम को अपने कठिन संघर्ष से हासिल किया है। वहीं उनके लंबे समय की शारीरिक, मानसिक और साहसिक खेलों में उनकी नियमित भागीदारी से उन्होंने यह जीत हासिल की है।जहां यह भी कहा जा रहा है कि काम्या के पिता एस. कार्तिकेयन भारतीय नौसेना में कामंडर हैं वहीं उनकी माता शिक्षक हैं। अधिकारियों ने बताया कि काम्या के अंदर माउंटेनियरिंग के लिए काम्या के अंदर बचपन से ही जुनून रहा है। उनके इस जुनून ने उन्हें आगे बढ़ाया। इससे पहले काम्या ने कई ऊंचे पहाड़ों पर चढ़ाई की है। इससे पहले उन्होंने साल 2019 में लद्दाख की 6260 मीटर ऊंची माउंट मेंटॉक कांगड़ी 2 पर भी जीत प्राप्त की थी।
बता दें कि 3 साल की उम्र में ही काम्या ने माउंटेनियरिंग का अभ्यास करना शुरू किया था। जहां उस दौरान वह लोनावला में बेसिक ट्रेक पर जाती थी। इसके बाद 9 साल की उम्र में काम्या ने उत्तराखंड में कई पहाड़ों पर चढ़ाई की थी। इसके बाद दस साल की उम्र में उन्होंने नेपाल में 5346 मीटर की ऊंचाई पर मौजूद एवरेस्सट बेस कैंप पर चढ़ाई की थी। बता दें कि काम्या माउंट स्टोक कांगड़ी पर पहुंचने वाली सबसे उम्र की माउंटेनियर भी रही हैं।