भीमा कोरेगांव मामले की जांच एनआइए को सौंपने की इजाजत देने के लिए शिवसेना के नेतृत्व वाली महाराष्ट्र सरकार की बुराई करने के एक दिन बाद सीएम उद्धव ठाकरे और राकांपा अध्यक्ष शरद पवार ने एक-दूसरे की तारीफ की है। जहां बीते शुक्रवार यानी 14 फरवरी 2020 को कोल्हापुर में मीडिया से बात करते हुए पवार ने कहा था कि केंद्र सरकार द्वारा एलगार परिषद मामले की जांच पुणे पुलिस से लेकर एनआइए को सौंप देना सही नहीं है लेकिन, राज्य सरकार द्वारा मुकदमा हस्तांतरण का समर्थन करना और ज्यादा गलत बात है।

वहीं इस बात का पता चला है कि बीते शनिवार यानी 15 फरवरी 2020 को जलगांव जिले में किसानों की एक रैली को संबोधित करते हुए पवार ने ठाकरे की फोटोग्राफी हुनर की तारीफ की। जहां राकांपा अध्यक्ष ने कहा कि महाराष्ट्र को एक अच्छा फोटोग्राफर मिला है, जिसने चंद्रकांत पाटिल जैसे बाघ की तस्वीर खींची है। उनका इशारा स्थानीय निर्दलीय उम्मीदवार चंद्रकांत पाटिल की तरफ था, जिन्होंने अक्टूबर 2019 के विधानसभा चुनाव में भाजपा के कद्दावर नेता एकनाथ खडसे की बेटी को हराया था। इस पर उद्धव ने खडसे का नाम लिए बगैर कहा कि चूंकि यहां चंद्रकांत पाटिल जैसा एक बाघ था, इसलिए हर कोई पीछे हट गया है।

जहां यह भी कहा जा गया है कि ठाकरे ने पवार को अपना गाइड भी बताया. उन्होंने कहा कि जब मैं मुख्यमंत्री के तौर पर काम करता हूं, तो लोगों का आशीर्वाद और शरद पवार साहेब का मार्गदर्शन मेरे साथ रहता है। ठाकरे ने विपक्षी दल भाजपा को सरकार गिराने की चुनौती भी दी।

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