चीन ने ‘वाल स्ट्रीट जर्नल’ (डब्ल्यूएसजे) के तीन पत्रकारों को निकालने के अपने फैसले का गुरुवार को बचाव किया और कहा कि जो मीडिया देश की बेइज्ज्ती करे, उस पर कीचड़ उछाले और नस्ली भेदभाव का समर्थन करे उसे ‘‘हर हाल में कीमत चुकानी चाहिए।’’ बीजिंग ने बुधवार को डब्ल्यूएसजे के तीन पत्रकारों को तब निष्कासित कर दिया था जब अखबार ने कोरोना वायरस से चीन के संघर्ष के बीच तीन फरवरी को ‘चीन एशिया का वास्तविक बीमार व्यक्ति है’ शीर्षक से एक खबर छापी। इस खबर को वाल्टर रसेल ने लिखा था।

तीन पत्रकारों ​के प्रेस कार्ड निरस्त
चीनी विदेश मंत्रालय ने डब्ल्यूएसजे के तीन पत्रकारों (दो अमेरिकी और एक ऑस्ट्रेलियाई) के प्रेस कार्ड निरस्त कर दिए हैं और उनसे पांच दिन के भीतर देश छोड़ने को कहा है। चीन का यह कदम ऐसे समय आया जब अमेरिकी अधिकारियों ने घोषणा की कि वे चीन सरकार द्वारा संचालित पांच बड़ी मीडिया कंपनियों-शिन्हुआ, चाइना ग्लोबल टेलीविजन नेटवर्क, चाइना रेडियो इंटरनेशनल, चाइना डेली और पीपुल्स डेली को चीन सरकार के प्रभावी विस्तार के रूप में मानते हैं। यह पूछे जाने पर कि डब्ल्यूएसजे के पत्रकारों का निष्कासन सिर्फ रिपोर्ट के शीर्षक की वजह से किया गया या फिर अमेरिका द्वारा चीन के पांच आधिकारिक मीडिया प्रतिष्ठानों को विदेशी मिशन के रूप में सूचीबद्ध करने के अमेरिका सरकार के फैसले के जवाब में किया गया।

चीन के कदम की निन्दा
चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता गेंग शुआंग ने कहा, ‘‘जो मीडिया चीन की खुलेआम बेइज्जती करती है, नस्ली भेदभाव का समर्थन करती है और दुर्भावना के चलते चीन पर कीचड़ उछालती है, उसे कीमत चुकानी चाहिए।’’ अमेरिका ने तीन पत्रकारों के निष्कासन के चीन के कदम की निन्दा करते हुए कहा कि परिपक्व और जिम्मेदार देश समझते हैं कि स्वतंत्र प्रेस तथ्यात्मक खबर देती है और मत व्यक्त करती है।

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