देश में कोरोना वायरस के तेजी से बढ़ते मामलों को देखते हुए राष्ट्रीय राजधानी और उसके आस-पास के इलाकों में तीन स्कूलों को छात्रों और उसके कर्मियों के लिए एहतियाती तौर पर बंद कर दिया गया है। वहीं दो स्कूलों ने समय से पहले वसंतकालीन छुट्टियों की घोषणा कर दी है और अन्य ने इस संबंध में अभिभावकों को परामर्श जारी किया है। केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के मंगलवार को देश में कोरोना वायरस के दो नए मामलों की पुष्टि करने के बाद नोएडा के दो स्कूलों ने अभिभावकों को स्कूल के बंद रहने की जानकारी दी थी। इनमें से एक स्कूल वह है, जिसमें एक छात्र के पिता के वायरस से संक्रमित होने की पुष्टि हुई है। स्कूल ने चार से छह मार्च तक परिसर को संक्रमण मुक्त करने के लिए स्कूल को बंद रखने की घोषणा की थी। दिल्ली के एक स्कूल ने गुरुवार से बंद रहने की घोषणा की वहीं गुड़गांव स्थित उसकी दो शाखाओं ने कहा कि उसकी वसंतकालीन छुट्टियां शनिवार से ही शुरू हो जाएंगी। दिल्ली-एनसीआर में एमिटी इंटरनेशनल स्कूल की शाखाओं (एआईएस) में कक्षाओं को संक्रमण मुक्त करने के लिए धुआं भी छोड़ा गया। उन्होंने अभिभावकों को एक परामर्श भी जारी किया है।

एआईएस पुष्प विहार की प्रधानाचार्य अमीता मोहन ने कहा, ‘‘हमनें स्कूल परिसर को संक्रमण मुक्त किया है और कक्षाओं को संक्रमण मुक्त करने के लिए धुआं छोड़ा गया है। हम जरूरत पड़ने पर छुट्टियों की घोषणा भी कर सकते हैं। छात्रा और अभिभावक घबराएं नहीं लेकिन एहतियाती कदम उठाएं।’’ ‘हेरिटेज एक्सपेरीएंशियल लर्निंग स्कूल’ (गुड़गांव) की प्रधानाचार्य नीना कौल ने कहा, ‘‘हमने संदिग्ध संक्रमण के मामले में लोगों को अलग-थलग रखने के लिए समग्र पृथक प्रोटोकोल तैयार किया है और हमारा चिकित्सक दल भी इसके लक्षणों को पहचाने और संदिग्ध मामलों में आवश्यक कदम उठाने को प्रशिक्षित है। अभिभावकों से कहा गया है कि वे बच्चों के बीमार होने, विशेषकर बुखार होने पर उन्हें स्कूल ना भेजें।’’ दिल्ली के सरदार पटेल विद्यालय ने अभिभावकों से कहा है कि वे अपने परिवार या रिश्तेदारों (जिनसे वे नियमित रूप से मिलते हों) में से किसी को भी खांसी या जुकाम होने की जानकारी स्कूल प्रशासन को दें।

दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल ने बुधवार को कहा कि कोरोना वायरस से संक्रमित दिल्ली के मरीज के सम्पर्क में आने वाले 88 लोगों की जांच के सभी प्रयास जारी हैं। उन्होंने यहां एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि कोरोना वायरस से उत्पन्न हालात से निपटने के लिए उनके नेतृत्व में एक टास्क फोर्स का गठन किया गया है। किसी को घबराने की जरूरत नहीं है। वहीं केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने बुधवार को कहा कि देश में अब तक कोरोना वायरस संक्रमण के 28 पुष्ट मामले सामने आए हैं। उन्होंने बताया कि अब सभी अंतरराष्ट्रीय उड़ानों और यात्रियों की स्क्रीनिंग की जाएगी। इससे पहले 12 देशों के यात्रियों की ही स्क्रीनिंग की जा रही थी। हर्षवर्धन ने संवाददाताओं से कहा कि यदि ईरान की सरकार सहायता करने को तैयार होती है तो वहां भी एक जांच केंद्र बनाया जा सकता है। उन्होंने कहा कि ऐसा होने से स्क्रीनिंग के बाद ईरान से भारत के नागरिकों को वापस लाने में मदद मिलेगी।

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