भारत-नेपाल बॉर्डर में अफरा-तफरी का माहौल है। कोरोना वायरस के मद्देनजर देशव्यापी लॉक डाउन के छठे दिन पिथौरागढ़ जिले के धारचूला में करीब 500 से अधिक नेपाली मजदूर फंसे हुए हैं। भारत और नेपाल में दोनों तरफ से पुल बंद होने के कारण इन लोगों की वापसी संभव नहीं हो पा रही।

नेपाली मजदूरों ने नेपाल सरकार के खिलाफ प्रदर्शन कर पुल खोलने की मांग की है। यह सभी मजदूर 14 अप्रैल को नेपाल में होने वाले विसुपति संक्रांति पर्व के लिए घर जाना चाहते हैं। नेपाली मान्यता है कि जो इस त्योहार के दिन अपने घर नहीं आते उन्हें मृत मान लिया जाता है।

नेपाली मजदूरों की घर वापसी के लिए पिथौरागढ़ प्रशासन, नेपाल सरकार से वार्ता कर रहा है। पिथौरागढ़ जिला प्रशासन का कहना है कि नेपाल सरकार ने लॉक डाउन की अवधि बढ़ाकर 7 अप्रैल कर दी है। धारचूला में सोमवार सुबह नेपाली मजदूरों का भारी जमावड़ा देखने को मिला। ये नेपाली मजदूर पिथौरागढ़ जिले के विभिन्न हिस्सों से कई किलोमीटर पैदल चलकर धारचूला पहुंचे हैं। जिलाधिकारी विजय कुमार जोगदंडे का कहना है कि पुल नहीं खुलने तक नेपाली मजदूरों के रहने और भोजन की व्यवस्था स्कूल, मंदिर, धर्मशाला आदि में की जा रही है।

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