कोरोना वायरस से प्रभावित यूरोप में सोमवार को कोविड-19 के खिलाफ लड़ाई में कुछ उम्मीद नजर आई लेकिन अमेरिका में स्थिति बदतर होती दिख रही है जहां मृतक संख्या तेजी से 10,000 के करीब पहुंच रही है।  पृथ्वी के हर कोने में लगभग कोई ना कोई इस वायरस से प्रभावित है और अरबों लोग इसके डर से घर में कैद हैं। विश्वभर में इससे अभी तक करीब 70,000 लोगों की जान जा चुकी है।ब्रिटेन की महारानी एलिजाबेथ-द्वितीय ने कोरोना वायरस के खतरे के बीच राष्ट्र को संबोधित करते हुए कहा कि स्व-अनुशासन और संकल्प से लोग इस वायरस से जीतेंगे और देश में अच्छे दिनों की वापसी होगी। ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन भी कोरोना वायरस से संक्रमित हैं और अभी अस्पताल में भर्ती हैं। कोरोना वायरस से सबसे अधिक प्रभावित यूरोप में हालात कुछ बेहतर हुए। इटली में पिछले सप्ताह की तुलना में मृतक संख्या सबसे कम रही। स्पेन में लगातार तीसरे दिन मृतक संख्या में गिरावट आई है और फ्रांस में भी एक सप्ताह में मरने वालों की संख्या कम हुई है।

इटली के शीर्ष स्वास्थ्य अधिकारी सिल्वियो ब्रूसाफेरो ने कहा,‘‘ मृतक संख्या में गिरावट आनी शुरू हो गई है।’’उन्होंने कहा कि अगले महीने से लॉकडाउन में धीरे-धीरे ढील दी जा सकती है। स्पेन में नर्स इम्पार लॉरेन ने कहा, ‘‘ स्थिति काफी स्थिर है। गहन देखभाल कक्ष में मरीजों की संख्या अब उतनी नहीं बढ़ रही है और कुछ लोगों को अब हम छुट्टी भी देंगे।’’ यूरोप में जहां स्थिति बेहतर हो रही है वहीं अमेरिका में हालात बदतर होते दिख रहे हैं। वहां मरने वालों की संख्या 10,000 के पास पहुंचने वाली है और अधिकारियों ने अभी स्थिति और खराब होने को लेकर भी आगाह कर दिया है। अमेरिकी सर्जन जनरल जेरोम एडम ने ‘फोक्स न्यूज़’ से कहा, ‘‘ अधिकतर अमेरिकियों के जीवन का यह सबसे कठिन और सबसे दुखद सप्ताह होने वाला है। हमारे लिए यह ‘पर्ल हार्बर’, ‘9/11’ जैसा समय होगा…।’’ कोविड-19 से सबसे अधिक प्रभावित न्यूयॉर्क के गवर्नर एंड्रू क्यूमो ने बताया कि शहर में इससे 4,159 लोगों की जान जा चुकी है।

अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने मृतक संख्या ‘‘भयावह’’ होने को लेकर आगाह किया है। वहीं जॉन हॉपकिंस विश्वविद्यालय ने कहा कि पिछले एक दिन में ही कोरोना वायरस से 1,200 से अधिक लोगों की जान गई है। कैथोलिक ईसाई धर्म के सर्वोच्च धर्मगुरू पोप फ्रांसिस ने कोरोना वायरस के चलते बिना श्रद्धालुओं के ‘‘पाम संडे’’ मनाया था।  उन्होंने इस मौके पर कहा कि लोगों को दुखी होने के बावजूद इस बात पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए कि अपने जीवन का इस्तेमाल दूसरे की सेवा के लिए करें। इस बीच, संयुक्त राष्ट्र के महासचिव एंतोनियो गुतारेस ने सरकारों से महिलाओं को घरेलू हिंसा का शिकार होने से बचाने को भी कहा है। उन्होंने कहा, ‘‘ कई महिलाओं और लड़कियों के लिए यह खतरा वहां सबसे अधिक बड़ गया है जहां उन्हें सबसे अधिक सुरक्षित होना चाहिए। उनके अपने घर में..।’’ हिंसा की बढ़ती घटनाओं को ‘‘ भयावह’’ करार देते हुए उन्होंने कहा कि अधिकारियों को ‘‘ कोविड-19 की किसी भी राष्ट्रीय योजना में महिलाओं के खिलाफ हिंसा को रोकना और उससे निपटने पर विशेष ध्यान दिया जाना चाहिए।

 

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