दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के अध्यक्ष मनजिंदर सिंह सिरसा ने शिरोमणी अकाली दल दिल्ली के नेता परमजीत सिंह सरना द्वारा लगाये गये अपमानजनक व दुर्भावनापूर्ण दोषों का गंभीर नोटिस लेते हुए कहा है कि मंदबुद्धि वाले लोगों से महामारी के समय सिखों द्वारा की जा रही मानवता की सेवा के लिए विश्व व्यापी प्रशंसा बर्दाशत नहीं हो रही। यहां जारी किए एक बयान में सिरसा ने कहा कि यह देख कर हैरानी हो रही है कि मानवता की सेवा में शामिल होने की बजाये यह लोग दिल्ली गुरुद्वारा कमेटी जैसी सिख संस्थाओं के खिलाफ नापाक योजनाओं पर काम कर रहे हैं और सियासत में चमकाने के लिए हमेशा तुच्छ मनसूबे बनाते रहते हैं।
उन्होंने कहा कि इन व्यक्तियों द्वारा लगाये गये इलज़ामों ने दर्शा दिया है कि यह मानवता की सेवा के लिए दिल्ली गुरुद्वारा कमेटी द्वारा किये जा रहे प्रयासों की संगत द्वारा की जा रही प्रशंसा से निराश हो गये हैं। सिरसा ने सरना बंधूओं को कहा कि वह संगत को बतायें कि 50 बैड वाला गुरु हरिकृष्ण अस्पताल व 500 बैड वाली अस्पताल की ईमारत आइसोलेशन व ईलाज की सहुलियत के लिए इस्तेमाल करने की पेशकश कर दिल्ली गुरुद्वारा कमेटी ने क्या गुनाह किया है? उन्होंने कहा कि रोज़ाना एक लाख लोगों के लिए लंगर की सेवा करने के अलावा दिल्ली गुरुद्वारा कमेटी इस महामारी के समय में मानवता की सेवा के लिए जो भी संभव है कर रही है तांकि मनुष्यों की जान बचाई जा सके। कमेटी अध्यक्ष ने कहा कि सरना बंधूओं द्वारा लगाये गये इलज़ाम सिख संस्थाओं को बदनाम करने की साज़िश है। कमेटी के खिलाफ दिये गये उनके बयान ने उनके बेईमान स्वभाव की पुष्टि कर दी है। उन्होंने कहा कि सरना ने ना सिर्फ जान बूझ कर उन्हें (सिरसा) बदनाम करने की कोशिश की है बल्कि आधारहीन दोषों के साथ सिखों की सर्वोच्च संस्था अकाल तख्त साहिब को भी गुमराह करने का प्रयास किया है।
उन्होंने बताया कि वह दिल्ली के मुख्यमंत्री को लिखे पत्र की कापी ज्ञानी हरप्रीत सिंह के भेज रहे हैं। यह पत्र मुख्यमंत्री दफ्तर द्वारा रिसीव किया गया है। वह जथेदार साहिब को यह भी बतायेंगे कि सरना बंधूओं ने कैसे अपनी तुच्छ हरकतों से सिख भाईचारे को बदनाम करने की साज़िश रची है। उन्होंने जथेदार साहिब को इनका तुरंत संज्ञान लेते हुए सरना बंधूओं के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए अपील की। सिरसा ने कहा कि दोनों सरना भाई अब सिख धार्मिक संस्थाओं व गुरुद्वारा बंगला साहिब, गुरुद्वारा सीसगंज साहिब व अन्य गुरुधामों की बदनामी करने के लिए मनजीत सिंह जी.के के साथ मिल गये हैं। यही सरना भाई पहले जी.के के खिलाफ दोष लगाते थे पर अब वह धार्मिक संस्थाओं को बदनाम करने पर आतुर हैं। उन्होंने कहा कि सरना बंधूओं को यह नहीं भूलना चाहिए कि उनकी नकारात्मक मानसिकता के कारण ही सिख संगत ने उन्हें नकारा है। सिरसा ने दोहराते हुए कहा कि सरना बंधूओं व उनके नये बने मित्र जी.के द्वारा की जा रही तुच्छ कोशिशें दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी को मानवता की सेवा करने से रोक नहीं सकती। हम सिख गुरु साहिबान द्वारा दर्शाये मार्ग के अनुसार सेवा करते रहेंगे और इन आधारहीन व दुष्प्रचार करने वालों की परवाह नहीं करेंगे और संगत स्वंय ही सिख संस्थाओं को बदनाम करने की शराती साज़िशों को असफल बनायेगी।