उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि कोरोना प्रभावित जनपदों के हाॅटस्पाट क्षेत्रों को चिन्हित कर उन्हें पूर्णतया सील किया जाए। इन क्षेत्रों में आवागमन को पूरी सख्ती से प्रतिबन्धित किया जाए। सील किए गए हाॅटस्पाट इलाकों में केवल मेडिकल, सेनिटाइजेशन टीमों एवं डोर स्टेप डिलीवरी से जुड़े व्यक्तियों को ही आवागमन की अनुमति दी जाए। इन क्षेत्रों में डोर स्टेप डिलीवरी व्यवस्था को प्रभावी बनाया जाए। हाॅटस्पाट क्षेत्रों में को सील करने की कार्यवाही को स्वास्थ्य विभाग, प्रशासन एवं पुलिस द्वारा लागू कराया जाए। मुख्यमंत्री आज यहां अपने सरकारी आवास पर कोरोना वायरस कोविड-19 पर नियंत्रण हेतु लागू लॉकडाउन व्यवस्था की समीक्षा, लॉकडाउन के दौरान जनसामान्य को राहत सहित सभी आवश्यक सामग्री व सुविधाएं सुलभ कराने के लिए गठित 11 कमेटियों के अध्यक्षों (टीम-11) के साथ कर रहे थे।
बैठक में प्रमुख सचिव स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद ने बताया कि दिनांक 09 अप्रैल, 2020 के मुकाबले आज 10 अप्रैल, 2020 को अब तक कोविड-19 से संक्रमित व्यक्तियों की संख्या में 21 की वृद्धि हुई है। यह वृद्धि 06 जनपदों में हुई है। प्रदेश में कोविड-19 से संक्रमित व्यक्तियों की संख्या 431 हो गई है। अब तक 32 लोगों का कोविड-19 के संक्रमण से उपचार भी हो चुका है। आइसोलेशन वाॅर्ड में 412 तथा क्वारेन्टाइन वाॅर्ड में 5,734 लोग रखे गए हैं। प्रमुख सचिव चिकित्सा शिक्षा रजनीश दुबे ने बताया कि राज्य में 12 लैब्स को आइ0सी0एम0आर0 का अनुमोदन प्राप्त हो चुका है, इनमें से 10 कार्यशील हैं। 02 लैब्स को शीघ्र ही कार्यशील कराया जाएगा। इसके अलावा, टीम-11 के सभी सदस्यों ने अपनी-अपनी कमेटियों के कार्यों की जानकारी मुख्यमंत्री को दी। इस अवसर पर मुख्य सचिव आर0के0 तिवारी, कृषि उत्पादन आयुक्त आलोक सिन्हा, अवस्थापना एवं औद्योगिक विकास आयुक्त आलोक टण्डन, अपर मुख्य सचिव सूचना एवं गृह अवनीश कुमार अवस्थी, अपर मुख्य सचिव वित्त संजीव कुमार मित्तल, अपर मुख्य सचिव राजस्व रेणुका कुमार, पुलिस महानिदेशक हितेश सी0 अवस्थी, प्रमुख सचिव स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद, प्रमुख सचिव मुख्यमंत्री एस0पी0 गोयल एवं संजय प्रसाद, सूचना निदेशक शिशिर सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।