एजेंसी। 

पहले चरण में देश को संक्रमण की रफ्तार थामने में कामयाबी
नई दिल्ली (एजेंसी)। कोरोना से निपटने के लिए पीएम नरेंद्र मोदी आज देशव्यापी लॉकडाउन के दूसरे चरण का एलान कर सकते हैं। अर्थव्यवस्था में जान फूंकने के लिए भी अहम घोषणाएं हो सकती हैं। इसमें उद्योगों व सड़क परियोजनाओं समेत कोरोना मुक्त जिलों को शर्तों के साथ राहत दी जा सकती है। कई मंत्रियों ने प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) को आंशिक तौर पर औद्योगिक संचालन व सड़क परियोजनाओं का निर्माण शुरू करने का सुझाव दिया है। हालांकि, उन्हें स्वास्थ्य मंत्रालय के नियमों व दिशानिर्देशों का सख्त पालन करना होगा। लॉकडाउन के पहले चरण में देश को संक्रमण की रफ्तार थामने में कामयाबी मिली है। हालांकि, अर्थव्यवस्था पर खासा असर पड़ा है। इसीलिए पीएमओ ने मंत्रियों से सुझाव मांगे थे। इन सुझावों को पीएम अपनी घोषणा में शामिल कर सकते हैं। दूसरे चरण में कृषि-उद्योग सहित कुछ क्षेत्रों को सामाजिक दूरी के पालन की शर्त पर छूट दी जाएगी। उद्योगों को नई व्यवस्था में कामकाज का ब्लूप्रिंट देना होगा।

जान भी और जहान भी
जान है तो जहान है, ये तो सबने सुना ही है और लॉकडाउन की हालत में बहुत से लोग ऐसा बोलते दिख भी जाते हैं, लेकिन पीएम मोदी ने कहा था कि जान भी और जहान भी। यानी उनका कहने का मतलब था कि जान तो जरूरी है, लेकिन जीने के लिए बाकी सारी चीजें भी जरूरी हैं। तब से ये बातें भी सामने आ रही हैं कि 14 अप्रैल को लॉकडाउन खत्म होने के बाद कई ऐसे काम शुरू होंगे, जिनसे आर्थिक विकास दर बढ़े।

इन उद्योगों को मिल सकती है राहत
एमएसएमई और बड़ी कंपनियां जिनके पास निर्यात के ऑर्डर हैं। भारी विद्युत उपकरण, कंप्रेसर, कंडेंसर यूनिट, दूरसंचार उपकरण निर्माता कंपनियां। स्टील लौह अयस्क मिलें, पावरलूम, रक्षा उत्पाद, सीमेंट प्लांट, कागज उद्योग, उर्वरक, बीज शोधन इकाइयां, सभी खाद्य व पेय पदार्थ, ऑटो पार्ट्स, प्लास्टिक उत्पाद।

विश्व स्वास्थ्य संगठन भी छूट के पक्ष में
विश्व स्वास्थ्य संगठन के डेविड नाबरो ने जो संकेत दिए हैं उससे साफ हो रहा है कि लॉकडाउन के अगले चरण में कुछ ढील मिलेगी। भले ही अभी कोरोना वायरस की उल्टी गिनती शुरू ना हुई हो, लेकिन ये तय है कि लॉकडाउन की उल्टी गिनती शुरू हो चुकी है। इसका संकेत खुद पीएम मोदी देश को संबोधित करने के दौरान दे चुके हैं। अब विश्व स्वास्थ्य संगठन ने भी उसी बात पर जोर दिया है। विश्व स्वास्थ्य संगठन के विशेष दूत डेविड नाबरो ने कहा है कि दूसरे चरण में बीमारी के प्रसारण को रोकने की कोशिशों के साथ-साथ लोगों की आजीविका भी सुनिश्चित करनी होगी, ताकि लोगों को कम नुकसान हो।

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