मदरलैंड संवाददाता, बगहा
बगहा के भाकपा माले के आंचल अध्यक्ष पशुराम यादव के निवास स्थान पर पार्टी के कार्यककर्ता दो दिवसीय धरना पर बैठे हुए हैं । देश के विभिन्न हिस्सों में अब तक फंसे प्रवासी मजदूरों की सुरक्षित वापसी की मांग पर राष्ट्रव्यापी आह्वान के तहत हड़ताल पर बैठे हुए हैं । बात चीत के दौरान प्रसुराम यादव ने बताया कि भाकपा-माले के तीनों वर्तमान विधायक भी दो दिवसीय अनशन पर हैं । प्रवासी मजदूरों के बिहार में रह रहे परिवारों से भी भूख हड़ताल को समर्थन देने की अपील की गई है । जिनके समर्थन में पश्चिम चंपारण के सभी अंचल मे भाकपा माले नेता हड़ताल पर है । भाकपा-माले नेता बताया कि प्रवासी मजदूर जो लॉक डाउन में फंसे हुए 26 दिन हो गए हैं लेकिन अभी तक बिहार सरकार अपने मज़दूरों को सुरक्षित अपने घर बुलाने में नाकाम साबित हो रही है । अन्य राज्यों ने अपने अपने मज़दूरों को सुरक्षित अपने घर लाने में सफलता हासिल कर ली है लेकिन बिहार सरकार नाकाम साबित हो रही है । जैसे पंजाब में 38, उतराखणड में 46, कर्नाटक में 22, बंगलौर में 8, दिल्ली में 30, काश्मीर मे 36, तमिलनाडु में 10, आंध्र प्रदेश में 15 सहीत पुरे जिले व राज्य से लाखो मजदूर फसें हुए हैं, इनहें सरकार सुरक्षित घर नहीं भेज रही है । मगर केंद्र व विभिन्न राज्यों की सरकार अमीरों को सुरक्षित उनके घर पहुंचाने के लिए हर प्रयास कर रही है । विगत दिनों काशी से दक्षिण भारत के तीर्थयात्रियों को 25 बसों व 4 क्रूजर से सुरक्षाकर्मियों के साथ उन्हें घर भेजा गया । लेकिन प्रवासी मजदूरों को न केवल उनके रहमोकरम पर छोड़ दिया है बल्कि घर लौटने की मांग कर रहे उन मजदूरों पर बर्बर पुलिसिया जुल्म किए जा रहे हैं । यह भेदभाव क्यों किया जा रहा है मुम्बई, सूरत, कोटा आदि जगहों पर हजारों बिहार व यूपी के प्रवासी मजदूर फंसे हुए हैं । उनकी हालत दिन-प्रतिदिन खराब होती जा रही है । उनके परिवार के सामने भी कई समस्याएं उठ खड़ी हुई हैं लेकिन न तो इसके प्रति केंद्र सरकार चिंतित है और न ही राज्य की सरकार हम बिहार सरकार से मांग करते हैं कि सभी प्रवासी मजदूरों के लौटने की अविलंब व्यवस्था करे, अन्यथा भाकपा माले अनिश्चित कालीन धरना पर बैठने के लिए मजबूर हो जाएगी । इस मौके पर भाकपा ने पशुराम यादव, भिखारी प्रसाद, राजिंदर प्रसाद, लाल बाबू प्रसाद, रमजान अहमद, मोहम्मद जमील खान, के साथ अन्य कार्यकर्ता भी उपस्थित रहे ।