कोरोना संक्रमण के चलते देश की राजधानी में लॉक-डॉउन की वजह से जन-जीवन अस्तव्यस्त है। ऐसे हालात में समाज के बहुत से लोगों के सामने भोजन और दूसरी जरूरी वस्तुओं का संकट खड़ा हो गया है। दिल्ली में संकटग्रस्त लोगों की मदद के लिए सेवा भारती के हजारों स्वयं सेवकों ने दिनरात सेवा कर लोगों के घरों तक भोजन से लेकर राशन तक और दूध से लेकर दवाई तक पहुंचाने का काम किया। इतना ही नहीं सेवा भारती के स्वयं सेवकों ने सड़कों पर घूमने वाली गाय और गोवंश के लिए हरा चारा, पक्षियों को दाना-पानी और स्ट्रीट डॉग के दूध बिस्किट खिलाने का काम भी किया। सेवा भारती के ९ हजार से ज्यादा स्वयं सेवक इस दौरान दिल्ली के कोने-कोने में लोगों की सेवा करते दिखाई दिए।
लॉक-डॉउन के दौरान सेवा भारती के आर्श्चयजनक सेवा कार्यों के प्रति दिल्ली के दिग्गज व्यक्तियों ने आभार जताया है। झारखंड सरकार में सचिव रहे एके मल्होत्रा ने कहा कि सेवा भारती के स्वयं सेवकों ने जिस तरह से भोजन से वंचित लोगों के घर राशन और जरूरी चीजें पहुंचाने का काम किया उसकी मिसाल मिलना मुश्किल है। सेवा भारती के स्वयं सेवकों के त्याग और पीड़ितों की मदद के जब्बे को प्रमाण करते हुए सिक्कम उच्च न्यायालय के पूर्व न्यायधीश जस्टिस प्रमोद कोहली ने कहा कि सेवा भारती ने लोगों को ताजा और गरमागरम खाना प्रदान करने का काम किया। उन्होंने कहा कि इस दौरान सेवा भारती के कार्यकर्ताओं ने कोरोना संक्रमण को रोकने के सभी नियमों का भी पालन किया। इस मौके पर मध्य प्रदेश उच्च न्यायाय के न्यायधीश जस्टिस एमसी गर्ग ने कहा कि सेवा भारती ने पीडित लोगों की निर्बाध गति से सेवा करते बड़ी मिसाल तो पेश की ही साथ ही उन्होंने मानवता की सेवा के साथ ही बेजुबान जानवरों और पक्षियों की भी सुध लेकर बहुत पुण्य का काम किया है।
सेवा भारती के अनुशासित स्वयं सेवकों और पदाधिकारियों के सेवा करने के तौर तरीकों की प्रशंसा करते हुए पूर्व राजदूत विद्या सागर ने कहा कि सेवा भारती ने गरीबों को उच्च कोटि का राशन और दूसरी वस्तुएं प्रदान कराने का काम किया। उन्होंने कहा कि सेवा भारती के काम का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता हैं कि लॉक-डॉउन के दौरान उसके कार्यकर्ताओं ने सभी मानकों और कानूनों का पालन करते हुए पीडितों की सहायता के लिए दिल्ली में कई जगहों पर राशन की किट की पैकिंग की यूनिट को हाथो-हाथ स्थापित किया ताकि जरूरमंदों तक उच्च कोटि का सामान पहुंच सके। भारतीय थलसेना के पूर्व कमांडर ले.जनरल विष्णु कांत चतुर्वेदी ने लॉक-डॉउन में सेवा भारती के कार्यों की प्रशंसा करते हुए कि देश में जब भी कोई संकट आया है तो सेवाभारती के स्वयं सेवक मदद के लिए सबसे आगे खड़े नजर आएं। थल सेना के पूर्व कमांडर अरुण साहनी ने कहा कि सेवा भारती ने दिल्ली के कोने-कोने तक लोगों के बीच मदद पहुंचाने का काम किया जिसे दिल्ली की जनता कभी भूल नहीं पाएंगी। लेडी हार्डिंग अस्पताल की पूर्व विभागाध्यक्ष डॉ. शारदा जैन ने कहा कि सेवा भारती ने लॉक-डॉउन शुरू होते ही सेवा का मोर्चा संभाल लिया था और बिना किसी सामाजिक भेदभाव के स्वयं सेवकों ने लोगों तक जरूरी वस्तुएं पहुंचा कर जो प्रतिमान स्थापित किए है उनकी जितनी प्रशंसा की जाएं कम है। इस मौके पर आईसीएआर के डॉ आरसी अग्रवाल ने कहा कि कोविड-१९ के प्रकोप के बीच सेवा भारती के स्वयं सेवकों ने लोगों को जागरुक करने का काम किया और जरूरतमंदों के बीच मॉस्क, ग्लब्स सेनेटाइजर और दूसरी चीजे बांट कर उन्हें लॉक-डॉउन के धैर्य से पालन करने की अपील की। उन्होंने कहा कि सभी कार्यकर्ताओं ने पूरे सामाजिक डिस्टेंस का पालन किया और लोगों तक मदद पहुंचाई। क्रिकेट कोच और भारतीय टीम के कप्तान विराट कोहली के गुरु राजकुमार शर्मा ने सेवा भारती के काम की प्रशंसा करते हुए कहा कि सेवा भारती ने तकनीकी का प्रयोग करते हुए मुशीबत में फंसे लोगों के लिए कई हेल्प लाइन शुरू की जिन्हें रातदिन अडेंट किया गया और इन हेल्प लाइन के माध्यम से छात्रों, दिव्यांगों, पूर्वोत्तर के लोगों और कोरोना पीडितों के बीच मदद पहुंचाने का काम किया।
लॉकडॉउन के दौरान सेवा भारती के कामकाज के लिए दिल्ली के प्रबुध्द वर्ग और समाज की दिग्गज हस्तियों ने उनकी प्रशंसा की है। इस मौके पर अधिवक्ता विजय यादव, प्रोफेसर मधु विज और प्रोफेसर निरंजन कुमार ने सेवा भारती के सेवा कार्यों पर टिप्पणी करते हुए कहा कि एक तरफ जहां सरकार हर वर्ग तक सहायता पहुंचाने में नाकाम रही तो वहीं सेवा भारती के स्वयं सेवक दिनरात दौड़-दौड़ कर लोगों तक मदद पहुंचाने का काम करते रहे। उन्होंने कहा कि दिल्ली सरकार के प्रशासनिक और पुलिस अधिकारियों ने भी सेवा भारती की मदद से हजारों लोगों तक भोजन, राशन और जरूरी वस्तुएं पहुंचाने का काम किया इससे सेवा भारती के दायरे का अंदाजा लगाया जा सकता हैं कि वह किस तरह से संगठित सेवा भाव से काम करते वाला संगठन है।

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