एजेंसी,
नई दिल्ली (एजेंसी)। भारत में कहर मचाने वाला कोरोना वायरस राष्ट्रपति भवन के बाद लोकसभा सचिवालय तक पहुंच चुका है। लोकसभा में कार्यरत एक कर्मचारी में कोरोना वायरस की पुष्टि हुई है। वह लोकसभा में हाउस कीपिंग डिपार्टमेंट में काम करता है। यह जानकारी गोपनीयता की शर्त पर 3 अधिकारियों ने दी है। सूत्रों के अनुसार हाउस कीपिंग स्टाफ बजट सत्र के दौरान संसद में मौजूद नहीं था। वह इस दौरान घर पर था। बता दें कि कोरोना वायरस की वजह से 23 मार्च को संसद सत्र को स्थगित किया था। संक्रमित होने का मामला ऐसे वक्त में आया है, जब राष्ट्रपति भवन से भी एक के पॉजिटिव होने की खबर आ चुकी है और इसकी वजह से करीब 125 परिवारों को क्वारंटाइन कर दिया गया है।
मालूम हो कि देश में अब तक 18600 से अधिक कोरोना के मामले सामने आ चुके हैं और करीब 590 लोगों की मौत हो चुकी है। एक अधिकारी ने कहा कि करीब दस दिन पहले वह बीमार हुआ था और राम मनोहर लोहिया अस्पताल चेकअप और ईसीजी जांच के लिए गया था। उसे उसी दिन डिस्चार्ज कर दिया। उन्होंने कहा कि उसे खांसी, बुखार और शरीर में दर्द, जैसे कोरोना वायरस रोग के लक्षण दिखे। 18 अप्रैल को जांच के लिए वह फिर से राम मनोहर लोहिया अस्पताल गया। इस बार डॉक्टरों ने उसे कोरोना पॉजिटिव पाया है। रविवार (20 अप्रैल) को उसकी रिपोर्ट आई, जिसमें वह कोरोना संक्रमित पाया गया है।एनडीएमसी और अन्य एजेंसियों ने कर्मचारी के परिवार से संपर्क किया है और कोरोना की जांच कराने को कहा है। कोरोना पॉजिटिव कर्मचारी की पत्नी समेत 3 बेटे और एक बेटी है। उसके 4 पोते भी नई दिल्ली के काली बाड़ी मार्ग स्थित उसी मकान में रह रहे थे। कर्मचारी के 3 बेटों में से एक इलेक्ट्रोनिक्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड में काम करता है और फिलहाल संसद भवन के सीसीटीवी विंग में कार्यरत है। इस घटना के बार में लोकसभा स्पीकर के दफ्तर को अधिकारियों ने बताया है।