मदरलैंड संवाददाता, पंडौल मधुबनी

लॉकडाउन के आदेश के बाद सकरी में एनआरसी एनपीआर के  विरोध धरना प्रदर्शन पूर्ण रूप से बंद है। वही लाॅकडाउन का पालन कर रहे लोग अब धरना स्थल की तरफ मुड़ कर भी नहीं देखते वहीं सरकार के आदेश के बाद सोशल डिस्टेंस का भी पालन कर रहे हैं  वही धरना स्थल पर लगाए गए पंडाल  जस का तस पड़ा है जर्जर होकर फत गिरा है केबल बांस ही नजर आ रहे हैं पोस्टर बैनर भी कुछ हवा में उड़ी गई है तो कुछ बाकी है। इस दौरान धरना कमेटी के सदस्य गुड्डू बाबू ने बताया कि जिला प्रशासन व थाना प्रभारी के द्वारा हमें कोई चिट्ठी या सूचना नहीं दिया गया पंडाल स्टेज हटाने का लाॅकडाउन  के ऐलान के बाद हम लोग अपने-अपने घरों में हैं किसी से मिलना जुलना नहीं है सरकार के नियमों का पालन कर रहे हैं जनता कर्फ्यू के बाद आज तक घूम कर देखने भी नहीं गए हैं लाॅकडाउन के आदेश के बाद अगर प्रशासन के द्वारा कोई सूचना या आदेश दिया होता धरना कमेटी को पंडाल हटाने का तो उस वक्त हटा दिया होता।  लेकिन करोना जैसे संक्रमण को रोकने के लिए सरकार व प्रशासन तरह-तरह के फार्मूले अपना रहे है ऐसी स्थिति में वहां पर जाना ठीक नहीं है ऐसी स्थिति में हमलोग सरकार के  द्वारा दिए गए   एक एक आदेश का पालन कर रहे हैं। वही सकरी थाना अध्यक्ष अशोक कुमार बताते हैं की 15 दिन पूर्व  सकरी पश्चिमी सरपंच मोहम्मद मसूद उर्फ इंतजार को पंडाल हटाने की सूचना दे चुके हैं लेकिन सकरी  पश्चिमी सरपंच मसूद अहमद  का कहना है कि हमें इस तरह का कोई सूचना लिखित में नहीं दिया गया है। और  दूसरी बात सकरी धरना कमेटी का मैं  सदस्य नहीं हूं।  वैसे वहां लोग मुड़ कर देखने भी नहीं जाता  और लाॅकडाउन व सोशल डिस्टेंस का पुरी तरह से पालन कर रहे हैं।

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