मदरलैंड संवाददाता, कटिहार
पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेई के महत्वाकांक्षी योजनाओं में से एक मदरसा आधुनिक योजनाओं के तहत तैनात शिक्षकों के मानदेय का भुगतान पिछले 45 महीनों से नहीं हुआ है। इससे शिक्षक भुखमरी के कगार पर पहुंच गए हैं। गौरतलब हो कि वर्तमान सरकार के तरफ से मदरसों में छात्रों को दीनी तालीम के अलावा आधुनिक युग से जोड़ने के लिए विज्ञान की शिक्षा दी जा रही है।
अखिल भारतीय मदरसा आधुनिकरण शिक्षक संघ के प्रदेश संयोजक मोहम्मद गुलाम सरवर सह विज्ञान शिक्षक ने बताया कि मदरसों में बच्चों को हिन्दी, गणित, विज्ञान, कम्प्यूटर आदि विषय को पढ़ाने के लिए मदरसा आधुनिकीकरण योजना के तहत शिक्षकों की नियुक्ति हुई थी। लेकिन कई वर्षों से शिक्षकों को नियमित मानदेय का भुगतान नहीं किया जा रहा है। लॉक डाउन में शिक्षक तंगहाली में अपना जीवन बिताने को मजबूर हैं। पिछले माह पैसों के अभाव में मोहम्मद तनवीर आलम जो मदरसा हिदायतुल मुस्लिमीन मदरसा नंबर 115 बतिया दरभंगा में कार्यरत थे। पैसों के अभाव में सही इलाज न होने से उनकी मृत्यु हो गयी। आखिरकार कब तक शिक्षक मरते रहेंगे।