मदरलैंड संवाददाता, पटना
6 मई यानी बुधवार को बिहार विधान परिषद की 17 सीटें खाली हो रही है। जिसमें 8 सीटें शिक्षक और स्नातक निर्वाचन क्षेत्र की है और 9 सीटें विधायकों द्वारा निर्वाचित होने वाली सीट है। विधायक कोटे से खाली होने वाली विधान परिषद की सीटों में जदयू केअशोक चौधरी, विधान परिषद के सभापति हारून रशीद, पीके शाही, सतीश कुमार, सोनेलाल मेहता, हीरा प्रसाद बिंद और भाजपा कोटे से कृष्ण कुमार सिंह, संजय मयूख और राधा मोहन शर्मा का कार्यकाल खत्म हो रहा है।
कोरोना वायरस और लॉक डाउन के कारण चुनाव आयोग ने 3 अप्रैल को इन सीटों के लिए चुनाव स्थगित कर दिया था।
इनमें पटना स्नातक से नीरज कुमार, तिरहुत स्नातक से देवेश चंद्र ठाकुर, दरभंगा स्नातक से दिलीप कुमार चौधरी, कोसी स्नातक से एनके यादव, पटना शिक्षक क्षेत्र से नवल किशोर यादव, तिरहुत शिक्षक क्षेत्र से संजय कुमार सिंह, सारण शिक्षक क्षेत्र से केदारनाथ पांडे, दरभंगा शिक्षक क्षेत्र से मदन मोहन झा की सीटें खाली हो गई है।
बिहार सरकार के मंत्री नीरज कुमार और अशोक चौधरी विधान परिषद के कार्यकाल पूरा होने के बाद भी मंत्रिमंडल के सदस्य बने रहेंगे। संविधान के अनुच्छेद 164 के अनुसार यह अगले 6 महीने तक पद पर बने रहेंगे इस अवधि में यह अगर दोनों सदनों में किसी एक का सदस्य नहीं बने तो मंत्री पद का त्याग करना होगा।