मदरलैंड संवाददाता, गया।
गया जिला में बीती रात तेज हवा के साथ बारिश और पत्थर से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया । लगता है जीवन थम सी गई, चारों तरफ हाहाकार मचा हूआ है । बिजली के खंभे गिरे और पेड़ की टहनियाँ सड़कों पर दिख रही है । कहीं किसान अपनी छाती पीट रहा हैं तो गाँवों मैं गरीब परिवारो के मकान गिर गये है ।एक ओर दो वक्त की रोटी कोरोना वायरस से चली गई , तो दूसरी ओर आँधी-पानी और ओला विरिष्टि के कारण फसल भी नष्ट हो गया। घर में रुपये पैसे भी नहीं है । झुग्गी झोपड़ियाँ नजर नहीं आ रही है । बचा है तो सिर्फ और सिर्फ आश, जो लोग उस मकान में रहते थे वो अब पानी के लिए सडकों पर भटक रहे हैं । बिजली की समस्या उत्पन्न हो गई है और इसमें सभी वर्ग के लोग शामिल है। सभी धर्मों के लोगों को यह पहल करनी होगी कि हम सभी अपने-अपने क्षेत्रों में एक दूसरे से सहयोग ले
कर बिजली के खंभे की मरम्मत करे और अन्य सभी समस्याओं में एक दूसरे के साथ हाथ बटाये एक दूसरे को मदद करें । यही पहल सही कर्तव्य और धर्म होगा कृपया इसे हर व्यक्ति अपनी जिम्मेदारी समझे और आपका योगदान ही ईश्वर की यही पूजा है ।