जिस तरह कई दिनों से लगातार दुनियाभर में कोरोना जैसी महामारी फ़ैल रही है और मानवीय जाती को हानि हो रही है। ठीक उसी प्रकार भारत बिना स्वार्थ दुनिया के साथ खड़ा है। हमारे आसपास कई ऐसे लोग हैं जो बिना किसी स्वार्थ के आज भी काम कर रहे हैं। संकट की यह घड़ी लोगों की सहायता करने के लिए है। जहां हमारा काम सेवा भाव होना चाहिए। दुनिया इस समय मुश्किल पड़ाव से गुजर रही है।
वहीं भगवान बुद्ध अपने दीपक स्वयं बने और दूसरों के जीवन को प्रकाशित करते रहे। संकट के समय हमें मदद करने की जरूरत है। हमें अपनी, अपने परिवार और दूसरों की रक्षा करनी है। भारत विश्व हित में काम कर रहा है और करता रहेगा। मानवता की सेवा करने वाले बुद्ध के सच्चे अनुयायी हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बुद्ध पूर्णिमा के अवसर पर राष्ट्र को संबोधित कर रहे हैं। अंतरराष्ट्रीय बौद्ध संघ के सहयोग से संस्कृति मंत्रालय दुनिया भर के बौद्ध संघों के भागीदारी के साथ एक वर्चुअल प्रार्थना कार्यक्रम आयोजित कर रहा है। देश में तीसरा लॉकडाउन लागू होने के बाद यह प्रधानमंत्री का पहला संबोधन है। माना जा रहा है कि वे लॉकडाउन पर चर्चा करेंगे।