मदरलैंड संवाददाता,
जिला पदाधिकारी धर्मेंद्र कुमार ने समाहरणालय के संवाद कक्ष में पत्रकारों को संबोधित करते हुए कहा कि जमुई जिला से अब तक कुल 322 कोरोना सैम्पल जांच के लिए भेजा गया। उन्होंने 298 सैम्पल का रिपोर्ट निगेटिव पाए जाने की जानकारी देते हुए कहा कि 24 सैम्पल का प्रतिवेदन अप्राप्त है।
जिला पदाधिकारी ने जमुई जिला को अब तक कोरोना वायरस से मुक्त रहने की जानकारी देते हुए कहा कि आमजन लॉक डाउन के नियमों का अनुपालन करें और इस जिला को सम्बंधित महामारी से दूर रखें।जिला पदाधिकारी ने सैम्पल जांच के लिए 530 किट उपलब्ध रहने की जानकारी देते हुए कहा कि बाहर से आने वाले लोगों के निवास के लिए जिला मुख्यालय के अलावे सभी प्रखंडों में सुसज्जित आईसोलेशन और क्वारन्टीन सेंटर का गठन किया गया है।उन्होंने घर – घर सर्वे , चिकित्सा जांच , विदेश आये लोगों के कोरोना सैम्पल की जांच , तब्लीकि जमात से आये लोगों की कोरोना जांच , कम्यूनिटी किचन , सीमा आपदा कैम्प , वाहन कोषांग आदि महत्वपूर्ण विंदुओं की चर्चा करते हुए कहा कि कोरोना वायरस की रोकथाम इससे बचाव के लिए हर संभव प्रयास जारी है। जिला पदाधिकारी ने बताया कि राजस्थान , झारखंड , केरल , कर्नाटक , गुजरात , तेलंगाना , महाराष्ट्र और तमिलनाडु राज्य से अब तक कुल 933 लोग जमुई जिला वापस आ चुके हैं।उन्होंने सभी लोगों का थर्मल स्केंनिग , स्वास्थ्य परीक्षण के साथ पंजीकरण किये जाने की जानकारी देते हुए कहा कि कोटा से आये 120 विद्यार्थियों को छोड़कर सभी आगंतुकों को सम्बंधित प्रखंड मुख्यालय में अवस्थित क्वारन्टीन सेंटर में निवासित किया गया है।जिला पदाधिकारी जमुई ने विद्यार्थियों को होम क्वारन्टीन किये जाने की जानकारी दी।
जिला पदाधिकारी ने खांसते या छींकते वक्त रुमाल अथवा टिश्यू का इस्तेमाल किये जाने का संदेश देते हुए कहा कि कोरोना वायरस से जमुई जिला को महफूज रखना हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है।
उन्होंने कोरोना वायरस को जानलेवा बीमारी बताते हुए कहा कि इससे बचाव के लिए लॉक डाउन जारी है। उन्होंने तमाम लोगों से इसका अक्षरशः पालन किये जाने की अपील की।