मदरलैंड संवाददाता, बेतिया
औरंगाबाद रेल हादसा में 16 मजदूरों की मौत व विशाखापत्तनम में जहरीली गैस से मरने वाले 11 मौत के खिलाफ भाकपा माले के राष्ट्र ब्यापी कार्यक्रम के तहत काला पट्टी बांध धिक्कार दिवस सोसल डिस्टेसिंग का पालन करते हुए बैरिया प्रखंड के दर्जनों गांवों में मनाया गया। उक्त अवसर पर भाकपा माले नेताओं व समर्थकों ने अपने अपने घरों में ही काली पट्टी बांध मृतकों को श्रद्धांजलि दिया। उक्त आशय की जानकारी देते हुए भाकपा माले जिला कमिटी सदस्य ने बताया कि औरंगाबाद और विशाखापत्तनम अपने जिला के बगहा में भी माल ट्रेन से मौत लॉक डाउन जनसंहार है। बिना किसी योजना के लॉक डाउन करने से मजदूरों के सामने रोजी-रोटी की समस्या आ गई। सरकारें मजदूरों को सुरक्षित घर वापसी में पुरी तरह विफल रही है जिस वजह से मजदूर पैदल यात्रा करने पर विवश हुए हैं। पैदल यात्रा में भी रास्तों में पुलिस लगाने की वजह से मजदूरों को को रेलवे की पटरियों पर यात्रा करना पड़ा और मौत के शिकार हुए। सुरेंद्र चैधरी ने कहा मजदूरों की सकुशल वापसी व बीस बीस लाख रुपए मुआवजा दे सरकार। नवीन कुमार ने कहा बड़े लोगों को हवाई जहाज से मुफ्त विदेशों से लाया गया और मजदूरों के घर वापसी पर सरकारें अपना हाथ खड़ा कर दिया जिससे इतना बड़ा हादसा हुआ। ठाकुर साह ने कहा यह देश के इतिहास में काला दिन है ।