मदरलैंड संवाददाता,
अररिया – अररिया। अब कोरोना मरीजों को इलाज के लिए दूसरे जिले की और रूख नही करना पड़ेगा। अगले 15 दिनों में अररिया में भी कोरोना मरी•ाों का इलाज किया जा सकेगा। सरकार द्वारा अररिया में कोरोना मरीजों का इलाज और टेस्टिग के लिए अनुमति मिल गई है जिसके बाद स्वास्थ्य विभाग द्वारा निर्माण कार्य और इलाज के लिए मशीन को लाया जा रहा है। अगर सब कुछ ठीक रहा तो अगले 15 दिनों में जिलेवासियों के लिए अहम सुविधा उपलब्ध हो जायेगी। इस संबंध हुए सीएस मदन मोहन सिंह ने बताया कि जिले में कोरोना मरीजों को चिन्हित करने के लिए फिलहाल कोई व्यव्यस्था नहीं थी। सर्दी, खांसी और बुखार के लक्षणों के आधार पर मरीजों का सैंपल दरभंगा मेडिकल कॉलेज भेजा जाता था जिसके बाद एक सप्ताह तक इंतजार करने के बाद मरीजों में संक्रमण का पता चलता था। इस दौरान संक्रमण फैलने का डर भी बना रहता था। स्वास्थ्य विभाग द्वारा अररिया में टेस्टिग लैब और इलाज की व्यव्यस्था सुनिश्चित करने की मांग की गई थी। स्वास्थ्य विभाग और राज्य सरकार द्वारा प्रस्ताव को हरी झंडी दे दी गई है। साथ ही एक हप्ते के अंदर सभी आवश्यक मशीन, राशि उपलब्ध कराने का भी निर्देश दिया गया है ।
सदर अस्पताल में बनेगा अत्याधुनिक टेस्टिग लैब – स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी पत्र के अनुसार सदर अस्पताल अररिया में आधुनिक कोरोना टेस्टिग लेब का निर्माण किया जायेगा जिसमे जिले के अधिक से अधिक मरीजों की जांच कर अविलंब ये पता लगाया जा सकेगा कि संदिग्ध मरीज कोरोना संक्रमित है या नही। टेस्टिग लैब के निर्माण में 15 लाख से अधिक की राशि खर्च की जायेगी साथ ही बाहर से आधुनिक मशीनों को लाया जायेगा। जांच करने के लिए डॉक्टरों के लिए आवश्यक किट और संसाधन भी उपलब्ध कराए जायेंगे। सीएस ने बताया कि सदर अस्पताल में टेस्टिग लैब के स्थापना होने से एक दिन में कई लोगों का जांच किया जा सकेगा साथ ही इससे संक्रमण के फैलाव को भी रोकने में मदद मिलेगी ।
मरीजों के खाने की भी होगी व्यवस्था इसके अलावा जिले के नौ चिन्हित स्थानों पर अस्थाई व्यव्यस्था के तहत ट्रीटमेंट सह आइसोलेशन सेंटर का भी निर्माण किया जायेगा। एक सेंटर में 325 बेड की व्यव्यस्था होगी जिसमें 325 लोगों को भर्ती किया जा सकेगा। ऐसे सेंटरों पर कोरोना की जांच सहित इलाज की भी सुविधा उपलब्ध होगी। साथ ही मरीजों के रहने और खाने के लिए भी पर्याप्त व्यव्यस्था उपलब्ध कराई जायेगी। इसके लिए इन सेंटरों पर चिकित्सक के साथ खाना बनाने वाले कर्मी, सफाई कर्मी, एएनएम, जीएनएम और अन्य कर्मियों को प्रतिनियुक्त किया जायेगा इससे पहले कोरोना संक्रमित मरी•ा पाए जाने पर अररिया में इलाज की कोई व्यव्यस्था नही थी और मजबूरन मरीज को अन्य जिला का मुंह देखना पड़ता था मगर इन सेंटरों के निर्माण के साथ ही मरी•ा का टेस्ट और इलाज की पूर्ण व्यव्यस्था उपलब्ध होंगी। स्वास्थ्य विभाग द्वारा इन सेंटरों पर आइसोलेशन सह ट्रीटमेंट सेंटर का निर्माण कार्य को आरंभ कर दिया गया है ।
इन सेंटरों पर होगा टेस्ट व इलाज- सदर अस्पताल के अलावा अन्य नौ स्थानों पर कोरोना मरी•ाों के इलाज की व्यव्यस्था होगी। जिनमें एएनएम स्कूल फारबिसगंज, डाइट बॉयज होस्टल फारबिसगंज, गर्ल होस्टल फारबिसगंज, मोती लाल नेहरू इंस्टिट्यूट फारबिसगंज, सेंट्रल स्कूल अररिया, नवोदय स्कूल अररिया, गवर्मेंट पौलटेक्निक कुसियरगाव और अन्य दो स्कूल शामिल है।
चिकित्सक नर्स का होगा प्रशिक्षण– स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी पत्र के अनुसार जिले में कोरोना टेस्टिग लैब के स्थापना के साथ ही यहां के चिकित्सकों, नर्स और स्वास्थ्य कर्मियों को स्वास्क्थ्य विभाग द्वारा एक दिवसीय प्रशिक्षण दिया जायेगा । जिसके बाद यहां संदिग्ध मरीजो टेस्ट औए संक्रमित मरीजो का इलाज हो पायेगा |
स्वास्थ्य विभाग के द्वारा जिले में कोरोना की टेस्ट और इलाज की अनुमति दे दी गई है। तैयारी चल रही है। बहुत जल्द ही सदर अस्पताल सहित अन्य जगहों पर सभी सुविधा उपलब्ध करा ली जायेगी। – मदन मोहन प्रसाद सिंह ,सीएस