मदरलैंड संवाददाता,
छपरा/ 12 मई। वैश्विक महामारी कोरोना वायरस को लेकर दूसरे राज्यों से आने वाले प्रवासियों को 21 दिनों के लिए क्वॉरेंटाइन सेंटर में रखा जा रहा है। जहां पर प्रवासियों के स्वास्थ्य परीक्षण और रहने खाने सहित अन्य कई तरह की व्यवस्थाएं जिला प्रशासन की ओर से की गई है। इसी कड़ी में जिला प्रशासन की ओर से एक नई पहल की शुरुआत की गई है। जिलाधिकारी सुब्रत कुमार सेन ने बताया कि अब क्वॉरेंटाइन कैंप में रहने वाले प्रवासियों को रात में प्रतिदिन एक ग्लास दूध दिया जाएगा । जिलाधिकारी सुब्रत कुमार सेन ने निर्देश दिया है कि कैंप में आने वाले प्रवासी श्रमिकों को 24 घंटे के अंदर डिग्निटी कीट, मच्छरदानी, बाल्टी-मार्ग दरी एवं चादर हर हाल में उपलब्ध कराया जाए। जिलाधिकारी ने बताया कि सभी क्वॉरेंटाइन सेंटरों पर दूध पाउडर 25 किलो का पैकेट उपलब्ध कराया गया है। 200 ग्राम दूध चूर्ण से 10 गिलास दूध बनता है। केंद्र पर आ रहे सभी लोगों को रात्रि पहर एक ग्लास दूध दिया जाना है। जिसे सभी केंद्रों पर सुनिश्चित कराई जाए। दूध का पैकेट खोलने के बाद उसे ठीक ढंग से बंद किया जाए तथा सुरक्षित जगह पर रखा जाए। जिलाधिकारी ने कहा कि सभी केंद्रों पर चिकित्सकों की टीम भेजकर आवासितो का प्रतिदिन थर्मल स्क्रीनिंग कराई जाए और कोई भी सस्पेक्टेड मिले तो उसकी सूचना जिला भू अर्जन पदाधिकारी या सिविल सर्जन को तुरंत दी जाए।